महाराष्ट्र में इन दिनों जमकर राजनीति हो रही है। अगले साल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर भाजपा अपनी तैयारियों में जुटी है। वहीं एक सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे पर 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस से हाथ मिलाकर भाजपा को मुख्यमंत्री पद के लिए धोखा देने का आरोप लगाया। महाराष्ट्र के नांदेड़ में आयोजित एक जनसभा में गृह मंत्री ने कहा कि भाजपा ने पिछले साल ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार को नहीं गिराया। शिवसैनिक ठाकरे की नीतियों से थक चुके हैं और शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के साथ जाने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में लोगों को तय करना है कि देश का प्रधानमंत्री कौन बनेगा नरेंद्र मोदी या कांग्रेस के राहुल गांधी। अमित शाह ने कहा कि धोखाधड़ी और विश्वासघात का काम उद्धव ठाकरे ने किया। चुनाव पीएम मोदी जी और देवेंद्र फडणवीस के नाम पर लड़ा गया और वह मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेस की गोद में बैठ गए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि भाजपा मानती है कि संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण का प्रावधान नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में भाजपा नीत सरकार के 9 साल पूरे होने के अवसर पर महाराष्ट्र के नांदेड़ में आयोजित एक जनसभा में गृह मंत्री ने कहा, भाजपा का मानना है कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होना चाहिए, क्योंकि यह असांविधानिक है। उद्धव ठाकरे को इस पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। शाह ने 2019 के विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के तहत कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ अविभाजित शिवसेना के गठबंधन के लिए भी उद्धव पर निशाना साधा।
अमित शाह का आरोप- मुख्यमंत्री पद के लिए उद्धव ने भाजपा को दिया धोखा; राहुल पर भी साधा निशाना
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