जून महीने की पहली तारीख से वित्तीय क्षेत्र में कुछ बड़े बदलाव हो रहे हैं। इनका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा। इनमें एसबीआई, एक्सिस बैंक, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के कर्ज से लेकर अन्य कई तरह के परिवर्तन होंगे। इसमें होम लोन, पर्सनल लोन सहित अन्य कई बदलाव हो रहे हैं जिससे आपको महीने में ज्यादा भुगतान करना होगा।
एसबीआई का होम लोन महंगा
देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) अपने इंटरनल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (ईबीएलार) को 0.4 फीसदी बढ़ाकर 7.05 फीसदी कर देगा। जबकि आरएलएलआर 6.65 फीसदी से ज्यादा होगा। एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार, एमसीएलआर में जो 10 बीपीएस की बढ़ोतरी की गई थी, वह भी एक जून से लागू होगी।
थर्ड पार्टी मोटर इंश्योरेंस का प्रीमियम महंगा
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एक जून, 2022 से विभिन्न श्रेणी के वाहनों के लिए थर्ड पार्टी मोटर बीमा का प्रीमियम बढ़ा दिया है। इसका मतलब है कि आम लोगों के लिए अपनी कार और बाइक का बीमा कराना महंगा हो जाएगा। हालांकि, इलेक्ट्रिक वाहनों (ई-वाहन) और शिक्षण संस्थान के बसों के लिए थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम पर 15 फीसदी की छूट दी गई है।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एक जून, 2022 से विभिन्न श्रेणी के वाहनों के लिए थर्ड पार्टी मोटर बीमा का प्रीमियम बढ़ा दिया है। इसका मतलब है कि आम लोगों के लिए अपनी कार और बाइक का बीमा कराना महंगा हो जाएगा। हालांकि, इलेक्ट्रिक वाहनों (ई-वाहन) और शिक्षण संस्थान के बसों के लिए थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम पर 15 फीसदी की छूट दी गई है।
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक ने शुल्क बढ़ाया
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक ने आधार से भुगतान पर शुल्क बढ़ा दिया है। इसे 15 जून से लागू किया जाएगा। आधार के जरिये पहला तीन भुगतान मुफ्त होगा। उसके बाद वाली निकासी और नकदी जमा पर 20 रुपये और जीएसटी लागू होगा। जबकि विवरण पर 5 रुपये और जीएसटी लगेगा।
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक ने आधार से भुगतान पर शुल्क बढ़ा दिया है। इसे 15 जून से लागू किया जाएगा। आधार के जरिये पहला तीन भुगतान मुफ्त होगा। उसके बाद वाली निकासी और नकदी जमा पर 20 रुपये और जीएसटी लागू होगा। जबकि विवरण पर 5 रुपये और जीएसटी लगेगा।
गैस की कीमतों में बदलाव
बता दें देश की सरकारी तेल कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को रुक्कत्र सिलेंडर की कीमतें तय करती हैं। कीमतों में इजाफा भी हो सकता है और राहत भी मिल सकती है। ऐसे में 1 जून को सिलेंडर की कीमतों में बदलाव हो सकता है। इससे पहले 1 मई को 19 किलो वाले कॉमर्शियल रुक्कत्र सिलेंडर 102 रुपए महंगा हुआ था।
बता दें देश की सरकारी तेल कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को रुक्कत्र सिलेंडर की कीमतें तय करती हैं। कीमतों में इजाफा भी हो सकता है और राहत भी मिल सकती है। ऐसे में 1 जून को सिलेंडर की कीमतों में बदलाव हो सकता है। इससे पहले 1 मई को 19 किलो वाले कॉमर्शियल रुक्कत्र सिलेंडर 102 रुपए महंगा हुआ था।
एक्सिस बैंक ने न्यूनतम बैलेंस बढ़ाया
एक्सिस बैंक ने औसत मासिक बैलेंस को बढ़ा दिया है। अब 15 हजार की जगह 25 हजार रुपये न्यूनतम बैलेंस रखना होगा। इससे कम होने पर शुल्क लगेगा। यह नियम अर्धशहरी और ग्रामीण इलाकों के खातों पर लागू होगा। टर्म डिपॉजिट के रूप में अब न्यूनतम एक लाख रुपये का नियम लगा दिया गया है।
एक्सिस बैंक ने औसत मासिक बैलेंस को बढ़ा दिया है। अब 15 हजार की जगह 25 हजार रुपये न्यूनतम बैलेंस रखना होगा। इससे कम होने पर शुल्क लगेगा। यह नियम अर्धशहरी और ग्रामीण इलाकों के खातों पर लागू होगा। टर्म डिपॉजिट के रूप में अब न्यूनतम एक लाख रुपये का नियम लगा दिया गया है।
सोने की हालमार्किंग
एक जून से सोने के गहने और आर्टिफिशियल जूलरी की हालमार्किंग का दूसरा चरण शुरू होगा। इसमें 256 जिले पहले के घोषित हैं जबकि 32 नए जिले होंगे। इन 288 जिलों में केवल 14,18, 20, 22, 23 और 24 कैरेट के ही गहने बेचे जाएंगे। इन पर हालमार्किंग अनिवार्य होगी।
एक जून से सोने के गहने और आर्टिफिशियल जूलरी की हालमार्किंग का दूसरा चरण शुरू होगा। इसमें 256 जिले पहले के घोषित हैं जबकि 32 नए जिले होंगे। इन 288 जिलों में केवल 14,18, 20, 22, 23 और 24 कैरेट के ही गहने बेचे जाएंगे। इन पर हालमार्किंग अनिवार्य होगी।