शिवसेना उद्धव गुट के नेता आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार पर हमला बोला है। शनिवार को शिवसेना उद्धव गुट द्वारा ठाणे में आयोजित रोजगार मेले में ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी में ”आमूलचूल परिवर्तन” हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि वो पार्टी जो कभी अपनी आक्रामक ‘धरतीपुत्र’ राजनीति के लिए जानी जाती थी, आज रोजगार मेला आयोजित करा रही है। कार्यक्रम के दौरान पूर्व मंत्री ने कहा, ‘शिवसेना में आमूल-चूल परिवर्तन हुआ है, जो धरतीपुत्रों के अधिकारों के लिए आंदोलन शुरू करती थी …. अब हम धरती-पुत्रों, विशेष रूप से युवाओं के मुद्दों को हल करने के लिए रोजगार मेले आयोजित करते हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि एक नई और मजबूत शिवसेना बन रही है क्योंकि युवा इसका हिस्सा बन रहे हैं। इस दौरान आदित्य ठाकरे ने गठबंधन सरकार पर लोगों को बांटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की गठबंधन सरकार और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली बालासाहेब की शिवसेना ने लोगों को बांटने के अलावा महाराष्ट्र के लिए कुछ नहीं किया है। उन्होंने दावा किया कि यह ‘गद्दारों की सरकार’ अगले दो महीनों में गिर जाएगी। आदित्य ने बगावत करने वाले नेताओं को गद्दार कहकर सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि जो हमें छोड़कर चले गए वे गद्दार हैं और जो हमारे साथ रहे वे असली शिवसैनिक हैं। ठाकरे ने कहा कि राज्य से बाहर जा रहे उद्योगों और बेरोजगारी पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, सरकार राजनीतिक लाभ बनाने में व्यस्त है। उन्होंने महाराष्ट्र में निकाय चुनाव कराने को लेकर भी चुनौती दी। ठाकरे ने आगे कहा कि विधानमंडल के दो सत्रों के बाद भी शिंदे मंत्रिमंडल में एक भी महिला को शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि स्थानीय सांसद राजन विचारे, जो उद्धव गुट से जुड़े हैं, 2024 में फिर से लोकसभा चुनाव जीतेंगे। गौरतलब है कि ठाणे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का गृह क्षेत्र है, जिनकी बगावत के कारण जून 2022 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी। शिंदे ने तब सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन किया था। शिवसेना के 55 विधायकों में से 40 शिंदे खेमे के साथ हैं, जबकि पार्टी के 18 सांसदों में से 12 ने उद्धव ठाकरे गुट को छोड़ दिया है।
आदित्य ठाकरे का दावा, अगले दो महीनों में गिर जाएगी गठबंधन सरकार, बागियों के लिए कही ये बात
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