मुंबई शहर के सबसे खूबसूरत सिनेमाघरों में से एक रहे इरॉस सिनेमाघर को संजीवनी मिल गई है। अभी मई में ही ऑर्ट डिकोर शैली की इमारतों में सबसे प्रमुख स्थान रखने वाले इरॉस सिनेमाघर को तोड़े जाने की ‘खबरें’ सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थीं और निर्देशक विवेक अग्निहोत्री और स्टैंड अप कॉमेडियन वीर दास जैसे लोगों ने इस पर दुख जाहिर करते हुए इसे बचाए जाने की अपील की थी। इरॉस सिनेमाघर मुंबई के आम लोगों के लिए बल्कि सिनेप्रेमियों के लिए किसी ‘तीर्थस्थल’ की तरह रहा है और अब खबर है कि इस जगह पर आईमैक्स सिनेमाघर खुलने जा रहा है। मरीन ड्राइव के बिल्कुल करीब चर्चगेट रेलवे स्टेशन के ठीक सामने महर्षि कर्वे रोड और जमशेदजी टाटा रोड के संगम पर स्थित इरॉस सिनेमाघर 2017 में टिकटों की खराब बिक्री के कारण बंद कर दिया गया था। करीब छह साल तक इसके बंद रहने के बाद हाल ही में इसकी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं जिसमें ये सिनेमाघरों चारों तरफ से एक विशाल कपड़े से ढका नजर आ रहा है। दरअसल ये तस्वीर इस सिनेमाघर के पुनः निर्माण की हैं। खुशखबरी ये है कि इस सिनेमाघरों के पुनरुत्थान के प्रस्ताव को मुंबई हेरिटेज कंजर्वेशन कमेटी (एमएचसीसी) से मंजूरी मिल गई है।
इरॉस सिनेमाघर अपने नए स्वरूप में हॉल और टिकट एरिया सहित इसे अब 300 सीटों वाले सिनेमाघर में बदल जाएगा। और, यही नहीं ये मुंबई के सबसे पॉश इलाके का पहला आईमैक्स थिएटर भी बनने जा रहा है। चर्चा ये भी है कि मुख्य आईमैक्स थिएटर के साथ ही यहां कुछ छोटे स्क्रीन्स भी बनाए जाएंगे। इरॉस सिनेमाघर मुंबई की हेरिटेज इमारतों में आता है। इरॉस सिनेमाघर न सिर्फ मुंबई का सबसे पहला सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर है बल्कि इस सिनेमाघर ने हिंदी सिनेमा के इतिहास को बरसों से संजोए रखा है। 1200 लोगों के बैठने की क्षमता वाले इरॉस सिनेमाघर की शुरुआत 1938 में हुई थी। उस समय इस सिनेमाघर को बनाने में लगभग तीन साल लगे थे। मेट्रो रिएलिटी ने वादा किया कहा कि सिनेमाघर के किसी भी आर्ट डेकोर और पुरातात्विक तत्वों से छेड़छाड़ नहीं की जाएगी क्योंकि इससे लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं।