कप्तान हिम्मत सिंह (नाबाद 109) ने आक्रामक शतकीय पारी खेलकर उत्तराखंड के खिलाफ रणजी ट्रॉफी ग्रुप डी मैच के दूसरे दिन शनिवार को यहां दूसरी पारी में दिल्ली को शर्मसार होने से बचा लिया जिसके शीर्ष-6 में से पांच बल्लेबाज दूसरी पारी में खाता खोले बगैर पवेलियन लौट गए।
खाता खोले बिना दिल्ली के गिरे तीन विकेट
हिम्मत ने 91 गेंदों की नाबाद पारी में 16 चौके और एक छक्का जड़ने के अलावा छठे विकेट के लिए लक्ष्य थरेजा (नाबाद 36) के साथ नाबाद 134 रन की साझेदारी की जिससे टीम ने दूसरी पारी में पांच विकेट पर 145 रन बनाकर 53 रन की बढ़त हासिल की। हिम्मत जब क्रीज पर आए तो टीम ने बिना खाता खेले तीन विकेट गंवा दिए थे जबकि 11 रन तक आधी टीम पवेलियन में थी। उत्तराखंड के लिए दीपक धपोला ने 43 रन देकर चार विकेट लिए। दिल्ली के पहली पारी में 147 रन के जवाब में उत्तराखंड ने 239 रन बनाए थे। दिल्ली की टीम खराब प्रदर्शन से परेशान है। सीजन की शुरुआत में टीम को पुडुचेरी के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी। इसके बाद यश ढुल से कप्तानी की जिम्मेदारी छीन ली गई। हालांकि, कप्तानी बदलने से टीम की किस्मत पर कोई फर्क नहीं पड़ा और मध्यप्रदेश के खिलाफ पहली पारी में बढ़त लेने के बावजूद टीम को हार झेलनी पड़ी। अब उत्तराखंड के खिलाफ भी दिल्ली की हालत कुछ खास नहीं है।
खाता खोले बिना दिल्ली के गिरे तीन विकेट
हिम्मत ने 91 गेंदों की नाबाद पारी में 16 चौके और एक छक्का जड़ने के अलावा छठे विकेट के लिए लक्ष्य थरेजा (नाबाद 36) के साथ नाबाद 134 रन की साझेदारी की जिससे टीम ने दूसरी पारी में पांच विकेट पर 145 रन बनाकर 53 रन की बढ़त हासिल की। हिम्मत जब क्रीज पर आए तो टीम ने बिना खाता खेले तीन विकेट गंवा दिए थे जबकि 11 रन तक आधी टीम पवेलियन में थी। उत्तराखंड के लिए दीपक धपोला ने 43 रन देकर चार विकेट लिए। दिल्ली के पहली पारी में 147 रन के जवाब में उत्तराखंड ने 239 रन बनाए थे। दिल्ली की टीम खराब प्रदर्शन से परेशान है। सीजन की शुरुआत में टीम को पुडुचेरी के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी। इसके बाद यश ढुल से कप्तानी की जिम्मेदारी छीन ली गई। हालांकि, कप्तानी बदलने से टीम की किस्मत पर कोई फर्क नहीं पड़ा और मध्यप्रदेश के खिलाफ पहली पारी में बढ़त लेने के बावजूद टीम को हार झेलनी पड़ी। अब उत्तराखंड के खिलाफ भी दिल्ली की हालत कुछ खास नहीं है।