भाजपा नेता चन्द्रशेखर बावनकुले ने मंगलवार को कहा कि अगर शिवसेना (उद्धव-बालासाहेब) के नेता उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का अपमान करते रहेंगे तो इससे राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो सकती है। उन्होंने कहा कि हम ईंट का जवाब पत्थर से देंगे। आगे कुछ भी होगा तो भाजपा इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगी। बावनकुले ने कहा कि उद्धव ठाकरे का मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ गया है। उन्हें इलाज कराने की जरूरत है। भाजपा नेता ने सोमवार को उद्धव की तरफ से फडणवीस के लिए इस्तेमाल किए गए कलंक शब्द के लिए उनपर हमला किया। उन्होंने शिवसेना (उद्धव-बालासाहेब) अध्यक्ष को दागी पूर्व मुख्यमंत्री बताया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने ठाकरे को फिर से फडणवीस का अपमान करने की चुनौती देते हुए कहा कि वह जहां भी जाएंगे उनका विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा। बावनकुले ने 2014 से 2019 तक मुख्यमंत्री रहे फडनवीस द्वारा किए गए कार्यों पर भी बात की। उन्होंने आरोप लगाया कि ठाकरे ने सीएम के रूप में राज्य के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि अगर ठाकरे फडनवीस और शाह का अपमान करते रहे, तो इससे राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगी। गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे ने हाल ही में फडणवीस के गृह क्षेत्र नागपुर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि भाजपा नेता नागपुर पर एक ‘कलंक’ हैं क्योंकि उन्होंने कहा था कि वह राकांपा के साथ गठबंधन नहीं करेंगे, लेकिन फिर भी उन्होंने ऐसा किया।” ठाकरे ने फडणवीस का पुराना ऑडियो क्लिप चलाया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह कभी राकांपा से हाथ नहीं मिलाएंगे। ठाकरे ने यह वीडियो चलाते हुए कहा था कि भाजपा नेता की न का मतलब हां होता है।
भाजपा-गडकरी ने ठाकरे के बयान का किया विरोध?
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के लिए इस तरह की शब्दावली इस्तेमाल करने को लेकर ठाकरे की निंदा की। वहीं, भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने नागपुर हवाई अड्डे के पास ठाकरे के पोस्टर फाड़ने के बाद उनके खिलाफ नारे लगाए। भाजपा के एक स्थानीय नेता ने कहा कि वे मंगलवार सुबह ठाकरे के खिलाफ शहर में प्रदर्शन करेंगे। गडकरी ने ठाकरे की टिप्पणी की निंदा की।
उद्धव को BJP नेता की धमकी, अगर फिर से फडणवीस और शाह का किया अपमान तो बिगड़ सकती है कानून-व्यवस्था
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