शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बैग चेक को लेकर शुरु हुए विवाद के एक दिन बाद भाजपा ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का एक वीडियो साझा किया है। इस वीडियो में फडणवीस के बैग की सुरक्षा जांच को दिखाया गया है। भाजपा ने इस वीडियो के जरिए उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा और कहा कि कुछ नेताओं को दिखावा करने की आदत होती है। पार्टी ने यह भी कहा कि फडणवीस ने बैग चेक को मुद्दा नहीं बनाया, जबकि ठाकरे ने इस पर हंगामा खड़ा कर दिया। महाराष्ट्र भाजपा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया कि फडणवीस के बैग सात नवंबर को यवतमाल और पांच नवंबर को कोल्हापुर में चेक किए गए थे। लेकिन उन्होंने इसको मुद्दा नहीं बनाया। भाजपा ने विपक्षी गठबंधन के संविधान बचाओं नारे पर निशाना साधते हुए कहा कि केवल संविधान को दिखाना ही काफी नहीं है, बल्कि उसे सच्चे रूप में लागू भी किया जाना चाहिए। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ,जिसमें उद्धव ठाकरे को यवतमाल में बैग चेक के दौरान एक अधिकारी से सवाल करते हुए देखा गया। ठाकरे कहते हुए सुनाई देते हैं- ‘मैं आपको नहीं रोकूंगा…आप अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। मैं अपनी जिम्मेदारी निभा रहा हूं। खोजिए…जो कुछ भी खोजना है, लेकिन क्या आपने देवेंद्र फडणवीस, (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी या (केंद्रीय गृहमंत्री) अमित शाह के बैग चेक किए हैं?’ जब अधिकारी ने बताया कि भाजपा नेताओं ने अभी इस क्षेत्र में प्रचार नहीं किया है, तो ठाकरे ने उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए खहा कि जब भी ये नेता क्षेत्र में आएं, तो उनके बैग भी चेक किए जाएं और वीडियो भेजा जाए।
संजय राउत ने दी प्रतिक्रिया
उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि उन्हें जांच से कोई समस्या नहीं है, बशर्ते यह निष्पक्ष रूप से की जाए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जहां (मुख्यमंत्री) एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस चुनाव लड़ रहे हैं, वहां पहले ही 25 करोड़ रुपये पहुंच चुके हैं। इस पर एकनाथ शिंदे की शिवसेना के प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने पलटवार करते हुए कहा कि संजय राउथ को बेतुके आरोप लगाने की आदत है। जब शिंदे चुनाव प्रचार कर रहे थे, तब उनका बैग भी नासिक में चेक किया गया था, लेकिन शिंदे ने इस पर कोई हंगामा नहीं किया, जैसे कि ठाकरे गुट ने किया। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने हैं। राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना और राकांपा (अजित पवार) गठबंधन अपनी सरकार को बनाए रखने के लिए जोर-शोर से प्रचार में जुटा है। वहीं, विपक्षी महा विकास अघाड़ी गठबंधन जीत के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।