महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को शिवसेना (उद्धव) प्रमुख और अपने पूर्व नेता उद्धव ठाकरे को चुनौती देते हुए कहा कि, वे उनके बेटे पर निशाना साधने के बजाय उनसे मुकाबला करें। ठाणे में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में सीएम एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे के उन आरोपों का जवाब दे रहे थे। जो ठाकरे ने उनके बेटे और कल्याण लोकसभा सीट सांसद श्रीकांत शिंदे पर लगाए थे। सीएम एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए पूछा कि, वह किसी के बेटे की आलोचना क्यों करते हैं? इसके बजाय उसके पिता की आलोचना करें, जोकि एक चुनौती है। वे (ठाकरे) मेरे काम को मिली प्रतिक्रिया के कारण अंदर से टूट चुके हैं और इसीलिए वे इस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि वह अपने काम से अपने विरोधियों के कटाक्षों का जवाब देंगे। एकनाथ शिंदे ने उन लोगों पर भी आरोप लगाया है जो कहते हैं कि उनके पैरों तले जमीन खिसक गई है। वहीं दूसरी ओर शिवसेना-यूबीटी के चीफ उद्धव ठाकरे ने शनिवार को उनका साथ छोड़कर जाने वाले नेताओं को साफ शब्दों में कहा कि चुनाव बाद उनकी पार्टी में वापसी नहीं होगी। उद्धव ने शनिवार को कहा था कि, किसी भी विश्वासघाती को पार्टी में एंट्री नहीं दी जाएगी। ठाकरे ने कहा कि राज्य की जनता बीजेपी और शिवसेना को विधानसभा चुनाव में उन्हें उनकी जगह दिखाएगी। डेढ़ महीने में ये विश्वासघाती हमारे पास नौकरी के लिए आएंगे क्योंकि वे जॉबलेस हो जाएंगे। मैं चुनाव के बाद किसी भी विश्वासघाती को नौकरी नहीं देने वाला हूं।
शिंदे को बड़ा झटका
इसी बीच महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले सीएम एकनाथ शिंदे के गुट को बड़ा झटका लगा है। कल्याण डोंबिवली में शिंदे गुट के कई नेताओं ने उद्धव ठाकरे की पार्टी का दामन थाम लिया। रविवार को शिंदे समूह के युवा सेना सचिव दीपेश म्हात्रे, सात नगरसेवकों और सैकड़ों कार्यकर्ताओं शिवसेना ठाकरे समूह में शामिल हो गए। ठाकरे समूह के प्रमुख उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री में आयोजित कार्यक्रम में ये नेता पार्टी में शामिल हुए।