भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पांचवें टी20 में छह रन से हराकर 4-1 से सीरीज जीत ली। आखिरी मुकाबले में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में आठ विकेट गंवाकर 160 रन बनाए। जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 20 ओवर में आठ विकेट गंवाकर 154 रन ही बना सकी। इस सीरीज में ऋतुराज गायकवाड़ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उन्होंने पांच मैचों में 55.75 की औसत से 223 रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 159.29 का रहा। यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी द्विपक्षीय सीरीज में किसी बल्लेबाज द्वारा बनाए गए सबसे ज्यादा रन हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल के नाम था। गुप्टिल ने 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज में 218 रन बनाए थे। हालांकि, वह किसी द्विपक्षीय टी20 सीरीज में किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा बनाए गए सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में तीसरे नंबर पर हैं। उनसे आगे केएल राहुल और विराट कोहली हैं। ऋतुराज ने इस सीरीज में 21 चौके और 10 छक्के लगाए। ऋतुराज के बाद सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों में दूसरे नंबर पर सूर्यकुमार यादव रहे। सूर्या ने पांच मैचों में 144 रन बनाए। पहले और दूसरे नंबर के खिलाड़ियों के बीच 79 रनों का अंतर रहा। वहीं, भारत के युवा लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने सीरीज में कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने पांचों में नौ विकेट लिए। उनका इकोनॉमी रेट 8.20 का रहा। रवि इस सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। दूसरे नंबर पर अक्षर पटेल रहे, जिन्होंने पांच मैचों में छह विकेट लिए और उनका इकोनॉमी रेट 6.20 का रहा। रवि बिश्नोई किसी एक द्विपक्षीय टी20 सीरीज में भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने इस मामले में रविचंद्रन अश्विन की बराबरी की। अश्विन ने 2016 में श्रीलंका के खिलाफ घरेलू टी20 सीरीज में ही नौ विकेट चटकाए थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में भारतीय स्पिनर्स ने कुल 15 विकेट चटकाए। उनका औसत 19.2 और स्ट्राइक रेट 16 का रहा। यानी भारतीय स्पिनरों ने पांच मैचों की मिलाकर हर 16 गेंद पर विकेट चटकाए। इस दौरान भारतीय स्पिनर्स का इकोनॉमी रेट 7.2 रहा। वहीं, ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर्स ने सीरीज में छह विकेट चटकाए। उनका औसत 56.5 का और स्ट्राइक रेट 33 का रहा। यानी ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर्स को सीरीज में हर 33 गेंद पर विकेट मिला। इस दौरान उनका इकोनॉमी रेट 10.27 का रहा।
इस सीरीज में भारत ने सुधारा रिकॉर्ड