बॉलीवुड के जाने माने अभिनेता रणदीप हुड्डा आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है। रणदीप की फिल्मों के फैंस दीवाने हैं। रणदीप को वर्सेटाइल एक्टर भी कहा जाता है क्योंकि वह हर रोल में फिट हो जाते हैं। पिछले कुछ दिनों पहले अभिनेता घुटनों की चोट से जूझ रहे थे, जिसके चलते उन्होंने शूटिंग से थोड़ी दूरी बना ली थी, लेकिन इस चोट के रणदीप ने अपनी कमजोरी नहीं बनने दी और एक बार फिर फिल्म ‘स्वतंत्र वीर सावरकर’ के साथ वो स्क्रीन पर कमबैक कर रहे हैं। इस फिल्म में फिल्म में विनायक दामोदर सावरकर का लीड रोल प्ले करने के लिए रणदीप ने अपना काफी वजन कम किया है। खबर है कि अभिनेता शूट के लिए अंडमान और निकोबार जा रहे हैं। बते दें कि रणदीप वैसे तो अपनी हर फिल्म के लिए काफी सीरियस रहते हैं, लेकिन इस फिल्म को लेकर वह काफी चौंकन्ने हैं क्योंकि इस फिल्म में वह सिर्फ एक्टिंग नहीं कर रहे बल्कि निर्देशक और निर्माता के तौर पर अपनी नई यात्रा की शुरुआत करने वाले हैं। हाल ही में, एक इंटरव्यू में अभिनेता ने कहा, “मैं अकेले में बेहतर काम करता हूं, लेकिन आप इसे केवल एक अभिनेता या लेखक के रूप में कर सकते हैं, निर्देशक के रूप में नहीं। यह ऐसा है जैसे मैं पहले एक टेनिस खिलाड़ी था और फिर उन्होंने मुझे एक फुटबॉल टीम में डाल दिया और मुझे कप्तान बना दिया। एक निर्देशक, लेखक और निर्माता की भूमिकाओं की अदला-बदली लोगों के मैनेजमेंट में एक बड़ा सबक है क्योंकि अभिनय बहुत ही व्यक्तिवादी है।’ अपनी फिल्म के बारे में अभिनेता ने और बताते हुए खुलासा किया कि सावरकर एक निर्देशक, लेखक और निर्माता के रूप में उनकी पहली फिल्म है। सावरकर पर शोध शुरू करने से पहले उन्होंने उनके बारे में बहुत सी बातें नहीं जानते थे। रणदीप ने आगे कहा, ‘ज्यादातर किताबों ने सशस्त्र क्रांति को केवल दो पैराग्राफ समर्पित किए हैं, जो हमारे स्वतंत्रता संग्राम का भी एक हिस्सा था। डिटेल रिसर्च के जरिए हम फिल्म में दिखाएंगे कि उनका वास्तविक योगदान क्या था। मैं यह फिल्म भी आज के युवाओं से जुड़ने के लिए बना रहा हूं।’
एक्टिंग के बाद राइटिंग और डायरेक्शन में किस्मत आजमाने जा रहे रणदीप, एलान कर जाहिर की खुशी
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