भारत के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत शुक्रवार (30 दिसंबर) को उत्तराखंड के रुड़की में हादसे का शिकार बन गए। उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसके बाद पंत अस्पताल में भर्ती हैं। पंत के घुटने में फ्रैक्चर है। उनके माथे में टांके लगे हैं। हाथ और पीठ में चोट भी लगी है। इस दुर्घटना के बाद वह लंबे समय तक पेशेवर क्रिकेट से दूर रह सकते हैं। माना जा रहा है कि पंत को पूरी तरह ठीक होने में कम से कम छह महीने लगेंगे। पंत के चोटिल होने से सिर्फ टीम इंडिया को ही नहीं, बल्कि दिल्ली कैपिटल्स को भी बड़ा झटका लगा है। पंत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फरवरी-मार्च में होने वाली सीरीज से बाहर हो सकते हैं। इसके अलावा उनके आईपीएल के 16वें सीजन से भी दूर रहने की संभावना है। अगर पंत पांच महीने में ठीक नहीं हुए और टीम इंडिया आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच गई तो वह जून में होने वाले खिताबी मुकाबले से भी दूर रह सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट में एम्स के डॉक्टर कमर आजम के हवाले से दावा किया गया है कि पंत को ठीक होने में कम से कम तीन महीने का समय लग सकता है। ऋषभ पंत के माथे पर टांके लगे हैं, लेकिन यह बड़ी परेशानी नहीं है। पंत के लिए सबसे बड़ी चिंता उनके पैर का फ्रैक्चर हो सकता है। ठीक होने के बाद क्रिकेट खेलने के लिए फिट होने में पंत को काफी समय लग सकता है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ऋषभ पंत के दाहिने घुटने के लिगामेंट फटने को लेकर चिंतित है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई के डॉक्टरों के पैनल ने देहरादून में पंत का इलाज कर रहे डॉक्टरों के साथ बैठक की है और यह निर्णय लिया गया है कि उनके लिगामेंट का इलाज बीसीसीआई की मेडिकल टीम द्वारा किया जाएगा। इसके लिए पंत को विदेश भेजा जा सकता है।