एयर इंडिया के प्रमुख कैंपबेल विल्सन ने गुरुवार को बताया कि 2025 में उनके हवाई यातायात में ज्यादातर वृद्धि घरेलू और कम दूरी की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से होगी, क्योंकि उसके बेड़े में और अधिक संकीर्ण बॉडी वाले विमान शामिल हो रहे हैं, साथ ही अगले साल पुरानी चौड़ी बॉडी वाले विमानों को भी बदला जाएगा। टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन, जो पांच साल के लिए बदलाव की मुहिम पर है, का बेड़ा 2027 तक 400 विमानों का होने की उम्मीद है। वर्तमान में, एयर इंडिया एक्सप्रेस सहित एयर इंडिया समूह के बेड़े की कुल संख्या लगभग 300 विमान है। विल्सन, दो साल से अधिक समय से एयर इंडिया के प्रमुख हैं। उन्होंने एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा कि एयरलाइन समूह की घरेलू बाजार में हिस्सेदारी लगभग 29 प्रतिशत है और मेट्रो से मेट्रो मार्गों पर विमानन कंपनी की हिस्सेदारी 55 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि शीर्ष 120 घरेलू मार्गों पर हमारी बाजार हिस्सेदारी लगभग 40 प्रतिशत है। उनके अनुसार, पुराने वाइड-बॉडी विमानों का नवीनीकरण 2025 की शुरुआत में शुरू होगा। विल्सन ने कहा, “हमें उम्मीद थी कि अब तक 787 और 777 विमानों का नवीनीकरण कार्य शुरू हो जाएगा। दुर्भाग्य से, कुछ क्षेत्रों में वैश्विक आपूर्ति शृंखलाएं अब भी पटरी पर लौट रही हैं और विशेष रूप से सीटें एक चुनौती हैं। एयर इंडिया के सीईओ के अनुसार जब 2025 में इसका (रेट्रोफिट) काम शुरू हो जाएगा, तब हम हर महीने 3-4 विमान संचालन में लाएंगे, जब तक कि 40 वाइड-बॉडी विमानों का पूरा सेट तैयार नहीं हो जाता।” 2025 के लिए वृद्धि के बारे में उन्होंने कहा कि यह मुख्य रूप से घरेलू और कम दूरी की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आएगी, क्योंकि आने वाले अधिकांश विमान संकीर्ण बॉडी वाले हैं। उन्होंने कहा, “हम विमानों को रिफिट कार्यक्रम के लिए भी ले जा रहे हैं। इसलिए, उपलब्ध वाइड-बॉडी विमानों की संख्या थोड़ी कम हो जाएगी।”
एयर इंडिया को 2025 में घरेलू, छोटी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बढ़ने की उम्मीद; बोले सीईओ कैंपबेल विल्सन
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