दिल्ली के निजी स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 में नर्सरी, केजी व पहली कक्षा में दाखिले के लिए आवेदन की रेस बृहस्पतिवार को शुरू हो गई। आवेदन प्रक्रिया के पहले दिन ही अभिभावक कई स्कूलों में फॉर्म लेने के लिए समय से पहले ही पहुंच गए। हालांकि, पहले दिन ही वह ऑफलाइन व ऑनलाइन फॉर्म के फेर में फंस गए। वहीं, तीन सौ से अधिक स्कूलों के मानक पता नहीं होने के कारण अभिभावकों को परेशानी हुई। पहले दिन किसी स्कूल में 20 तो किसी स्कूल में 137 तक आवेदन हुए। अधिकतर नामी स्कूलों ने अभिभावकों की सहूलियत के लिए अपनी दाखिला प्रक्रिया को ऑनलाइन ही बनाया है। इस कारण से कई अभिभावकों ने ऑनलाइन ही आवेदन किया। वहीं कई अभिभावकों को यह पता नहीं चल सका कि किस स्कूल में ऑफलाइन या ऑनलाइन प्रक्रिया है। दक्षिणी दिल्ली में रहने वाली रूबी ने बताया कि उन्हें अपनी बेटी का दाखिला कराना है। वह कहती हैं कि जानकारी से पता चला है कि अच्छे स्कूल में दाखिले की चाह में ज्यादा से ज्यादा आवेदन करना होगा, इसलिए कम से कम 25 स्कूलों में फॉर्म भरने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने जिन स्कूलों में दाखिला लेना है उनकी सूची तो बना ली लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि कहां ऑफलाइन है और कहां ऑनलाइन है। वह कहती हैं कि शिक्षा निदेशालय को इसकी जानकारी भी अभिभावकों को देनी चाहिए। कामकाजी महिला होने के कारण यह संभव नहीं हो पाता कि 30 से अधिक स्कूलों की वेबसाइट को देखा जाए। वहीं रमा भारद्वाज ने 8-10 स्कूलों में फॉर्म भरने का लक्ष्य रखा है। लेकिन उन्होंने पहले दिन सोच-विचार कर एक से दो स्कूलों में ही आवेदन किया।
ऑफलाइन-ऑनलाइन के फेर में फंसे अभिभावक, पहले दिन कहीं 20 तो किसी स्कूल में 137 आवेदन
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