इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में फेल होने के बाद विराट कोहली को टीम इंडिया से बाहर करने की मांग उठने लगी है। पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने भी कहा है कि अगर अश्विन जैसा गेंदबाज भारत की टेस्ट टीम से बाहर हो सकता है तो विराट कोहली को टी20 टीम से बाहर क्यों नहीं किया जा सकता। इसके जवाब में मौजूदा भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि वो बाहर बैठकर मैच देख रहे हैं और उन्हें नहीं पता कि टीम के अंदर क्या हो रहा है। रोहित ने आगे कहा कि ये एक्सपर्ट लोग कौन हैं, इन्हें क्यों एक्सपर्ट बोला जाता है। वो बाहर से गेम देख रहे हैं, उनको कुछ पता नहीं है कि अंदर क्या चल रहा है। इंग्लैंड के खिलाफ दो टी20 मैच में विराट सिर्फ 12 रन बना पाए हैं। दूसरे मैच के बाद कपिल देव की बात का जवाब देते हुए रोहित शर्मा ने कहा “वो बाहर बैठकर मैच देख रहे हैं और उन्हें नहीं पता कि अंदर क्या हो रहा है। हमारी अपनी सोच है। हम बहुत सोच समझकर अपनी टीम बनाते हैं। हम खिलाड़ियों को सपोर्ट करते हैं और उनहें मौके देते हैं। बाहर बैठकर आपको ये चीजें नहीं पता चलती हैं। इसलिए जो बाहर हो रहा है वो जरूरी नहीं है, बल्कि जो अंदर हो रहा है वो हमारे लिए बहुत जरूरी है।” रोहित ने आगे कहा कि अगर आप फॉर्म की बात करते हैं तो हर खिलाड़ी उतार-चढ़ाव से गुजरता है। इससे खिलाड़ी की क्षमता नहीं प्रभावित होती। इसलिए हमें अपने दिमाग में ये सारी बातें रखनी चाहिए। जब कोई खिलाड़ी इतने सालों से अच्छा खेल रहा होता है तो एक या दो सीरीज उसे खराब खिलाड़ी नहीं बना देती। हमें उनके पिछले प्रदर्शन को नहीं भूलना चाहिए। हम जो टीम में हैं, हमें खिलाड़ियों की अहमियत पता है। उनको इस बारे में बात करने का पूरा अधिकार है, लेकिन यह हमारे लिए ज्यादा मायने नहीं रखता।
क्या बोले थे कपिल देव?
कपिल देव ने कहा था कि अगर रविचंद्रन अश्विन जैसा गेंदबाज टेस्ट टीम से बाहर रखा जा सकता है तो विराट को टी20 टीम से बाहर क्यों नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा था “अगर दुनिया के दूसरे नंबर का टेस्ट गेंदबाज अश्विन टेस्ट टीम से बाहर हो सकता है तो आपका नंबर एक बल्लेबाज भी टीम से बाहर हो सकता है। अगर वो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं तो आप इन युवा खिलाड़ियों को लगातार टीम से बाहर नहीं रख सकते। मुझे उम्मीद है कि चनय के लिए अच्छी जंग होनी चाहिए। युवाओं को कोहली से बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करनी चाहिए। लेकिन विराट को सोचने की जरूरत है। हां, मैं एक समय बड़ा खिलाड़ी था. लेकिन अब मुझे फिर से नंबर एक खिलाड़ी की तरह खेलने की जरूरत है। यह टीम की समस्या है और यह खराब समस्या नहीं है।”
सूर्यकुमार के फैन हुए रोहित
सूर्यकुमार यादव के 117 रन की पारी पर बात करते हुए रोहित शर्मा ने कहा “जब आप बड़े लक्ष्य का पीछा करते हैं और क्रीज पर आकर उस अंदाज में बल्लेबाजी करते हैं, जैसे उन्होंने की तो खिलाड़ी के बारे में पता चलता है कि वो कितना काबिल है। हमारे तीन विकेट गिर चुके थे और हम चाहते थे के वो साझेदारी जितना हो सके, उतनी लंबी हो। उन्होंने आज लगभग हर चीज सही की। अंत तक उनका क्रीज पर न रहना निराशानजक रहा, लेकिन इससे उनकी पारी कहीं से भी कमतर नहीं होती है। आप रोज ऐसी पारी नहीं देखते हैं। हम एक टीम के रूप में इसे दोनों हाथों से स्वीकार करते हैं। उनके पास मैदान के चारों तरफ शॉट हैं। यह क्षमता बहुत ही कम बल्लेबाजों में होती है। उनके जैसे खिलाड़ी का टीम में होना हमारे लिए सुखद है।”
इंग्लैंड में सीरीज जीतने से आत्मविश्वास बढ़ा
रोहित ने आगे कहा कि इंग्लैंड में सीरीज जीतने से टीम का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है। पहले मैच में कई खिलाड़ी नहीं थे, दूसरे मैच में उनकी वापसी हुई और तीसरे मैच में भी कुछ खिलाड़ी नहीं थे। टी20 विश्व कप आ रहा है। हमें खिलाड़ियों को बदलना होगा और उन्हें तैयार करना होगा। उन्हें तैयार करने के लिए हमें उनको मौके देने होंगे ताकि वो अपनी क्षमताओं को पहचान सकें। जब आप एक मैच पहले ही सीरीज जीत चुके होते हैं तो यह ऐसे खिलाड़ियों को मौका देने का सबसे बेहतरीन समय होता है। हमनें आईपीएल में इन्हें देखा है, जहां इन्होंने अच्छा किया है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दबाव और प्लान अलग होता है।
कपिल देव ने कहा था कि अगर रविचंद्रन अश्विन जैसा गेंदबाज टेस्ट टीम से बाहर रखा जा सकता है तो विराट को टी20 टीम से बाहर क्यों नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा था “अगर दुनिया के दूसरे नंबर का टेस्ट गेंदबाज अश्विन टेस्ट टीम से बाहर हो सकता है तो आपका नंबर एक बल्लेबाज भी टीम से बाहर हो सकता है। अगर वो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं तो आप इन युवा खिलाड़ियों को लगातार टीम से बाहर नहीं रख सकते। मुझे उम्मीद है कि चनय के लिए अच्छी जंग होनी चाहिए। युवाओं को कोहली से बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करनी चाहिए। लेकिन विराट को सोचने की जरूरत है। हां, मैं एक समय बड़ा खिलाड़ी था. लेकिन अब मुझे फिर से नंबर एक खिलाड़ी की तरह खेलने की जरूरत है। यह टीम की समस्या है और यह खराब समस्या नहीं है।”
सूर्यकुमार के फैन हुए रोहित
सूर्यकुमार यादव के 117 रन की पारी पर बात करते हुए रोहित शर्मा ने कहा “जब आप बड़े लक्ष्य का पीछा करते हैं और क्रीज पर आकर उस अंदाज में बल्लेबाजी करते हैं, जैसे उन्होंने की तो खिलाड़ी के बारे में पता चलता है कि वो कितना काबिल है। हमारे तीन विकेट गिर चुके थे और हम चाहते थे के वो साझेदारी जितना हो सके, उतनी लंबी हो। उन्होंने आज लगभग हर चीज सही की। अंत तक उनका क्रीज पर न रहना निराशानजक रहा, लेकिन इससे उनकी पारी कहीं से भी कमतर नहीं होती है। आप रोज ऐसी पारी नहीं देखते हैं। हम एक टीम के रूप में इसे दोनों हाथों से स्वीकार करते हैं। उनके पास मैदान के चारों तरफ शॉट हैं। यह क्षमता बहुत ही कम बल्लेबाजों में होती है। उनके जैसे खिलाड़ी का टीम में होना हमारे लिए सुखद है।”
इंग्लैंड में सीरीज जीतने से आत्मविश्वास बढ़ा
रोहित ने आगे कहा कि इंग्लैंड में सीरीज जीतने से टीम का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है। पहले मैच में कई खिलाड़ी नहीं थे, दूसरे मैच में उनकी वापसी हुई और तीसरे मैच में भी कुछ खिलाड़ी नहीं थे। टी20 विश्व कप आ रहा है। हमें खिलाड़ियों को बदलना होगा और उन्हें तैयार करना होगा। उन्हें तैयार करने के लिए हमें उनको मौके देने होंगे ताकि वो अपनी क्षमताओं को पहचान सकें। जब आप एक मैच पहले ही सीरीज जीत चुके होते हैं तो यह ऐसे खिलाड़ियों को मौका देने का सबसे बेहतरीन समय होता है। हमनें आईपीएल में इन्हें देखा है, जहां इन्होंने अच्छा किया है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दबाव और प्लान अलग होता है।