कांग्रेस ने शनिवार को गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की एक सप्ताह के भीतर निंदा करने को कहा। दरअसल, अमित शाह ने कहा था कि भाजपा ने महादेई नदी विवाद सुलझा लिया है और कर्नाटक को पानी दे दिया है। दरअसल, गोवा और पड़ोसी दक्षिणी राज्य में नदी के पानी के बंटवारे को लेकर कई वर्षों से विवाद चल रहा है। गोवा ने अक्सर कर्नाटक पर समझौते की अनदेखी कर मामले में एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। पार्टी के गोवा डेस्क प्रभारी मणिकम टैगोर, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अमित पाटकर, विपक्ष के नेता यूरी अलेमाओ और दक्षिण गोवा के सांसद फ्रांसिस सरदिन्हा सहित कांग्रेस नेताओं ने शनिवार को एक बैठक में भाग लिया। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पाटकर ने कहा कि अगर गोवा के मुख्यमंत्री शुक्रवार तक शाह की टिप्पणी की निंदा नहीं करते हैं, तो यह साबित होगा कि गोवा ने राजनीति के लिए महादेई नदी को कर्नाटक को बेच दिया है। पाटकर ने बैठक में पारित प्रस्ताव का हवाला देते हुए कहा कि गोवा के लोगों के लिए परोक्ष मंत्रियों का कोई भी बयान पर्याप्त नहीं है। गोवा केवल प्रमोद सावंत के मुंह से सच्चाई जानना चाहता है। हम उन्हें एक सप्ताह का समय दे रहे हैं। इससे पहले पिछले शनिवार को चुनावी राज्य कर्नाटक के बेलगावी में भारतीय जनता पार्टी की रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि मैं आपको बताना चाहता हूं कि भाजपा ने दोनों राज्यों के बीच लंबे समय से चले आ रहे विवाद को सुलझाकर कर्नाटक को महादेई का पानी दिया है और इससे यहां के कई जिलों के किसानों को लाभ सुनिश्चित हुआ है। गोवा में विपक्षी दलों ने महादेई मुद्दे पर कोई स्टैंड नहीं लेने के लिए सीएम सावंत के इस्तीफे की मांग की। सावंत ने कहा था कि इस मुद्दे पर कोई समझौता नहीं होगा और सरकार महादेई नदी के पानी को मोड़ने से बचाने के लिए काम कर रही है।
कांग्रेस ने गोवा के मुख्यमंत्री को सात दिन का दिया अल्टीमेटम, अमित शाह के बयान की निंदा करने को कहा
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