महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह को प्रदेश कार्यकारिणी से बाहर कर दिया गया है। सिंह राज्य के मुंबई के भारतीय नेता माने जाते हैं। उनके साथ ही अखिलेश चौबे और श्वेता शालिनी को भी प्रदेश कमेटी में जगह नहीं मिली। बुधवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने प्रदेश पदाधिकारियों की सूची जारी की, जिसमें कई उत्तर भारतीय नेताओं के पर कतर दिए गए हैं। महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने बुधवार को अपनी नई कार्यकारिणी की घोषणा की जिसमें 16 उपाध्यक्ष, 6 महासचिव, 16 सचिव और 64 कार्यकारिणी सदस्य शामिल हैं। प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष रहे जय प्रकाश सिंह ठाकुर को दोबारा उसी पद पर बहाल किया गया है। वह विधायक व पूर्वमंत्री विद्या ठाकुर के पति हैं। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कृपाशंकर सिंह ने भाजपा में शामिल होकर नई राजनीतिक पारी शुरू की थी। हालांकि भाजपा में स्थापित उत्तर भारतीय नेताओं को यह रास नहीं आया था। फिर भी पार्टी ने कृपाशंकर सिंह को प्रदेश उपाध्यक्ष पद देकर भाजपा उत्तर भारतीय मोर्चा का प्रभारी नियुक्त किया था। नए भाजपा अध्यक्ष बावनकुले ने विशेष आमंत्रित सदस्य बनाकर कृपाशंकर सिंह का कद छोटा कर दिया है। कृपाशंकर सिंह मूलरूप से उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से हैं और मुंबई के बड़े उत्तर भारतीय नेताओं में उनकी गिनती होती है। वहीं, प्रदेश भाजपा के सचिव रहे अखिलेश चौबे को भी कार्यकारिणी में स्थान नहीं मिला। चौबे भी जौनपुर जिले से हैं और उत्तर मुंबई में रहते हैं। उन्हें आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। उनकी जगह उत्तर मुंबई से रानी द्विवेदी को सचिव नियुक्त किया गया है। इसी तरह प्रदेश भाजपा सचिव रहीं और स्वयं को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सलाहकार बताने वाली श्वेता शालिनी को भी पार्टी पदाधिकारियों की सूची में स्थान नहीं मिला है। श्वेता शालिनी मूलतः अयोध्या की हैं और पुणे में रहती हैं। उनके स्थान पर पुणे के ही राजेश पांडेय को सचिव नियुक्त किया गया है।
कृपाशंकर सिंह हुए महाराष्ट्र भाजपा कमेटी से बाहर, अखिलेश और श्वेता शालिनी के भी कतरे गए पर
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