भारत में जी20 शिखर सम्मेलन का आज दूसरा दिन है। आज शिखर सम्मेलन की बैठक से पहले सभी जी20 देशों के नेता राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पहुंचे, जहां प्रधानमंत्री मोदी ने उनका स्वागत किया। इस दौरान जिस जगह पीएम मोदी ने खड़े होकर विदेशी मेहमानों का अभिवादन कर रहे थे, उसके पीछे साबरमती आश्रम का चित्र लगा हुआ था। पीएम मोदी ने पहले सभी मेहमानों का खादी का अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया और उसके बाद साबरमती आश्रम के बारे में जानकारी दी। इससे पहले शनिवार को जी20 शिखर सम्मेलन में विदेशी नेताओं का जब पीएम मोदी स्वागत कर रहे थे तो उस वक्त उनके पीछे ओडिशा के मशहूर कोणार्क चक्र की तस्वीर लगी थी। पीएम मोदी ने मेहमानों को कोणार्क चक्र के बारे में भी जानकारी दी थी। साबरमती आश्रम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की धरोहर और स्वतंत्रता आंदोलन की विरासत है। साबरमती नदी के तट पर इस आश्रम का निर्माण साल 1917 में किया गया था। महात्मा गांधी 1917 से लेकर 1930 तक इस आश्रम में रहे। उनके प्रवास के दौरान साबरमती आश्रम दांडी मार्च समेत कई ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह रहा। इस आश्रम को महात्मा गांधी की शांति और सादगी का प्रमाण माना जाता है।
शनिवार शाम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मेहमानों के स्वागत में रात्रिभोज का आयोजन किया था। इस दौरान जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी मेहमानों का स्वागत कर रहे थे, उस वक्त भी उनके पीछे एक खास तस्वीर ने लोगों का ध्यान खींचा था। यह तस्वीर थी नालंदा विश्वविद्यालय की। नालंदा विश्वविद्यालय दुनिया के सबसे शुरुआती अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में से एक था, जो भारत के गौरवशाली अतीत का उदाहरण है। बिहार के नालंदा में स्थित इस विश्वविद्यालय में आठवीं से 12वीं शताब्दी तक दुनिया भर से लोग आते थे। उस समय ये विश्वविद्यालय ज्ञान के उत्कृष्ट केंद्रों में से एक था। ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बानीज का स्वागत करते पीएम मोदी। प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रेलियाई पीएम को खादी का अंगवस्त्र भी भेंट किया। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें खादी के फायदे भी बताए और ये भी बताया कि किस तरह से महात्मा गांधी चरखे पर खादी के वस्त्र तैयार करते थे।
कनाडा के पीएम को साबरमती आश्रम की अहमियत के बारे में बताते प्रधानमंत्री मोदी। इस दौरान कनाडा के पीएम भी बड़े ध्यान से प्रधानमंत्री की बातें सुनते दिखाई दिए। बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के साथ पीएम मोदी। प्रधानमंत्री ने शेख हसीना को साबरमती आश्रम के बारे में भी जानकारी दी।