मुंबई
लगभग अनलॉक हो चुकी मुंबई में सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ बढ़ने से बीएमसी चिंतित है। शादी के सीजन में मैरेज हॉल में हो रही भीड़ और नए साल के मौके पर होटलों, रेस्टोरेंट व बार में होने वाली भीड़ पर नजर रखने के लिए बीएमसी ने विशेष योजना बनाई है। इसके लिए हर वॉर्ड में दो टीम बनाने की तैयारी है। इन स्थानों पर कोरोना नियमों का उल्लंघन करने वालों पर बीएमसी कड़ी कार्रवाई करेगी। इसमें पुलिस की भी मदद ली जाएगी। बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा, ‘मुंबई में कोरोना पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है, लेकिन कुछ स्थानों पर बड़ी संख्या में लोग इकठ्ठा हो रहे हैं। नियम के अनुसार शादी के दौरान हॉल में अधिकतम 200 या हॉल की क्षमता के 50 पचास प्रतिशत लोगों को ही परमिशन है। बीएमसी को शिकायत मिली है कि मैरेज हॉल में इससे ज्यादा लोग आ रहे हैं और कोरोना नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। ऐसे लोगों पर नजर रखने के लिए हर वॉर्ड में दो-दो टीमों का गठन किया जाएगा।’ उन्होंने बताया, ‘इस संबंध में सभी वॉर्ड ऑफिसर्स को निर्देश दिए गए हैं। ये टीमें दिसंबर से काम शुरू करेंगी।
नागरिक उड्डयन सचिव राजीव बंसल ने बुधवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं के इस साल के आखिर तक सामान्य होने की उम्मीद है। कोविड महामारी के कारण पिछले साल मार्च के बाद से भारत में आने वाली और यहां से कहीं और जाने वाली अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ान सेवाएं निलंबित हैं। इसे 30 नवंबर तक बढ़ा दिया गया है। अभी भारत ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन के लिए 25 से ज्यादा देशों के साथ एयर बबल समझौता किया हुआ है। एयर बबल समझौता दो देशों के बीच उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू करने की एक अस्थायी व्यवस्था है, जिसमें दोनों देशों की एयरलाइंस कुछ शर्तों के साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें चला सकती हैं।
लक्षण वाले रोगियों पर कोवैक्सीन 50% असरदार
लक्षण वाले कोरोना रोग के खिलाफ कोवैक्सीन टीके की दो खुराक 50 प्रतिशत प्रभावी पाई गई हैं। भारत के स्वदेश में विकसित कोरोना वायरस टीके के पहले वास्तविक आकलन में यह दावा किया गया है। इसका प्रकाशन लांसेट के जर्नल में किया गया है। इससे पहले लांसेट में प्रकाशित अंतरिम अध्ययन के परिणाम में सामने आया था कि कोवैक्सीन या बीबीवी152 टीके की दो खुराक लक्षण वाले रोग के खिलाफ 77.8 फीसद प्रभावी हैं।