महाराष्ट्र में खारघर त्रासदी के पीड़ितों के पोस्टमॉर्टम में पुष्टि हुई है कि उनकी मौत लू लगने से हुई थी। दरअसल, मुंबई से सटे रायगढ़ जिले के खारघर इलाके में रविवार को आयोजित महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह के दौरान लू लगने से 14 लोगों की मौत हो गई थी। मामले से जुड़े एक चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि पनवेल के उप-जिला अस्पताल में 14 मृतकों में से 12 का पोस्टमॉर्टम किया गया था। इसमें पुष्टि हुई कि उनकी मौत हीट स्ट्रोक (लू) के कारण हुई है। अन्य पीड़ितों का पोस्टमॉर्टम अन्य अस्पतालों में किया गया। उन्होंने बताया कि जान गंवानों वालों में से दो के पहले से किसी अन्य बीमारी से पीड़ित होने की भी बात सामने आई है। अधिकारियों ने पहले बताया था कि जान गंवाने वाले 14 लोगों में से 10 महिलाएं और चार पुरुष हैं। घटना के दिन रविवार रात तक 11 लोगों की मौत हुई थी। दो अन्य लोगों की मौत सोमवार को हुई। ऐसे ही एक महिला की मौत कार्यक्रम के दो दिन बाद हुई। अस्पताल के चिकित्सकीय अधीक्षक डॉ. मधुकर पांचाल ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट संबंधित अधिकारियों को सौंप दी गई है। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के खारघर क्षेत्र में रविवार को खुले मैदान में आयोजित कार्यक्रम में करीब सात लाख लोग पहुंचे थे। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कार्यक्रम में आध्यात्मिक नेता और समाज सुधारक अप्पासाहेब धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार दिया था। विपक्षी दलों के नेताओं ने घटना को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सरकार पर निशाना साधा था। महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने भीषण गर्मी के बावजूद समारोह दोपहर के समय आयोजित किए जाने की जांच की मांग की है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने सरकार पर हताहतों की वास्तविक संख्या छिपाने का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि घटना में 50 से 75 लोगों की मौत हुई है।
खारघर में पीड़ितों की मौत लू लगने से हुई, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पुष्टि
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