#BREAKING LIVE :
मुंबई हिट-एंड-रन का आरोपी दोस्त के मोबाइल लोकेशन से पकड़ाया:एक्सीडेंट के बाद गर्लफ्रेंड के घर गया था; वहां से मां-बहनों ने रिजॉर्ट में छिपाया | गोवा के मनोहर पर्रिकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरी पहली फ्लाइट, परंपरागत रूप से हुआ स्वागत | ‘भेड़िया’ फिल्म एक हॉरर कॉमेडी फिल्म | शरद पवार ने महाराष्ट्र के गवर्नर पर साधा निशाना, कहा- उन्होंने पार कर दी हर हद | जन आरोग्यम फाऊंडेशन द्वारा पत्रकारो के सम्मान का कार्यक्रम प्रशंसनीय : रामदास आठवले | अनुराधा और जुबेर अंजलि अरोड़ा के समन्वय के तहत जहांगीर आर्ट गैलरी में प्रदर्शन करते हैं | सतयुगी संस्कार अपनाने से बनेगा स्वर्णिम संसार : बीके शिवानी दीदी | ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आरती त्रिपाठी हुईं सम्मानित | पत्रकार को सम्मानित करने वाला गुजरात गौरव पुरस्कार दिनेश हॉल में आयोजित किया गया | *रजोरा एंटरटेनमेंट के साथ ईद मनाएं क्योंकि वे अजमेर की गली गाने के साथ मनोरंजन में अपनी शुरुआत करते हैं, जिसमें सारा खान और मृणाल जैन हैं |

गवर्नर ने ठाकरे सरकार के आरोपों को कहा बेबुनियाद, रद्द नहीं होगा मराठवाड़ा दौरा

773

मुंबई, महाराष्ट्र के राजभवन(Governor House) के अधिकारियों के मुताबिक महाविकास अघाड़ी सरकार और राज्यपाल के बीच में कोई विवाद नहीं है। साथ ही राज्यपाल ने किसी भी प्रकार की रिव्यु मीटिंग को नहीं बुलाया गया है। यह सभी आरोप बेबुनियाद हैं। सूत्रों की मानें तो राज्यपाल ने किसी भी जिलाधिकारी को रिव्यू मीटिंग के नहीं कहा है।

सूत्रों ने यह भी बताया कि जब भी राज्यपाल किसी जिले में जाते हैं। तब वहां का स्थानीय प्रशासन, उस जिले की जानकारी जैसे भौगोलिक स्थिति, धार्मिक स्थल सहित अन्य चीजों के बारे में राज्यपाल को बताते हैं और इसका पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन भी देते हैं। इस बात को रिव्यू मीटिंग कहना सरासर गलत है।

उन्होंने यह भी बताया कि राज्यपाल की तरफ से उनके किसी भी कार्यक्रम में बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि अब राज्यपाल नांदेड के दो हॉस्टलों का उद्घाटन नहीं सिर्फ दौरा करेंगे। इस बारे में भी उस यूनिवर्सिटी के प्रमुख फैसला लेंगे। राज्यपाल का तीन दिवसीय मराठवाड़ा दौरा 5 अगस्त से शुरू होने वाला है।

क्या है सरकार की आपत्ति
महाराष्ट्र सरकार के अल्प संख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी पर आरोप लगाया था कि राज्य में सत्ता के दो केंद्र बनाने की कोशिश कर रहे हैं। नांदेड़, हिंगोली और परभणी के तीन दिवसीय पर भी सरकार ने अपना विरोध दर्ज किया है। मलिक ने कहा कि सरकारी काम में राज्यपाल की ओर से बार-बार हस्तक्षेप किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को यह समझना बहुत जरूरी है कि वे मुख्यमंत्री नहीं राज्यपाल हैं।

दरअसल राज्यपाल अपने तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यक विभाग द्वारा बनाए गए लड़के-लड़कियों के लिए बनाए गए दो छात्रावासों का उद्घाटन करने वाले थे। इसी बात पर संबंधित मंत्रालय और राज्य सरकार ने एतराज दर्ज कराया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *