पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने भारतीय क्रिकेट टीम और भारतीय कप्तानों को लेकर कड़वी सच्चाई बयां की है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भारत की हार के बारे में बात करते हुए सुनील गावस्कर ने महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली और रोहित शर्मा की कप्तानी पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि नतीजा चाहे जो भी हो भारत में कप्तानों की नौकरी सुरक्षित रहती है। भारतीय क्रिकेट के पिछले एक दशक पर चर्चा करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा कि परिणाम चाहे जो भी हों, कप्तानों की नौकरी सुरक्षित है। गावस्कर ने एमएस धोनी का नाम लिए बिना उन पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, ”इस तरह की चीजें नहीं होती हैं। चाहे आप जीतें या हारें, कप्तान जानता है कि वह वहां रहेगा। ध्यान रखें, यह कोई ताजा मामला नहीं है। यह 2011 से हो रहा है। ऐसे नतीजे आए हैं जहां हम सीरीज में 0-4, 0-4 से हार गए, लेकिन कप्तान नहीं बदला। 2011/12 सीजन में जब धोनी टीम इंडिया के कप्तान थे, तब टीम इंग्लैंड (0-4) और ऑस्ट्रेलिया (0-4) से हार गई। विश्व कप जीतकर शिखर में पहुंचने के बाद, भारतीय क्रिकेट निचले स्तर पर पहुंच गया और टीम इंडिया किसी भी प्रारूप में इंग्लैंड के खिलाफ कोई मैच जीते बिना दौरा खत्म करने वापस लौटी थी। भारत 2011/12 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सभी चार टेस्ट हार गया (एक हार वीरेंद्र सहवाग के नेतृत्व में हुई)। टीम इंडिया त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में भी पहुंचने में असफल रही। 2012 में, धोनी के नेतृत्व में भारत को घरेलू टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ 1-2 से चौंकाने वाली हार का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद, धोनी ने 2014 तक तीनों फॉर्मेट में भारत के कप्तान बने रहे। धोनी ने दिसंबर 2014 में सभी को चौकाते हुए खेल के सबसे लंबे प्रारूप से संन्यास का एलान कर दिया। उनकी जगह विराट कोहली को कप्तान बनाया गया। कोहली ने सबसे सफल भारतीय कप्तान के रूप में अपना कप्तानी करियर समाप्त किया। रोहित शर्मा ने 2022 में विराट की जगह टेस्ट टीम की कमान संभाली और तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम के कप्तान बन गए। रोहित की कप्तानी में ही भारत 2023 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गया था। इससे पहले 2021 में विराट के नेतृत्व में भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भी हार का सामना करना पड़ा था।
गावस्कर ने धोनी की कप्तानी पर उठाए सवाल, ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड का खराब प्रदर्शन याद किया
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