गुजरात और दिल्ली में भारी बारिश की वजह से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। गुजरात के दक्षिण और सौराष्ट्र क्षेत्रों के कई जिलों में शनिवार को भारी से बहुत भारी बारिश हुई। इससे शहरी इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई और बांधों और नदियों में बढ़ते जलस्तर के बीच गांव अलग-थलग पड़ गए। वहीं, जूनागढ़ शहर में शनिवार को चार घंटे में 10 इंच बारिश हुई थी। इससे शहर में बाढ़ आ गई थी। हालांकि, अब बारिश बंद हो गई और रविवार को चारों तरफ तबाही के निशान दिखाई दे रहे हैं। जूनागढ़ आज भी बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के एलजी और गुजरात के सीएम से हाल-चाल जाने। अमित शाह ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल से बात की। इस दौरान हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में उत्पन्न बाढ़ जैसी स्थिति के बारे में जाना। वहीं,दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना से भी यमुना नदी के जलस्तर को लेकर चर्चा की। शाह ने कहा कि जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए पर्याप्त संख्या में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीमें उपलब्ध हैं। जूनागढ़ में मूसलाधार बारिश से हालात काफी बिगड़ गए हैं। गलियों में पानी इतनी तेज रफ्तार से बह रहा है कि घरों में फंसे लोग बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। रस्सी और सीढ़ी के सहारे लोगों को बाहर निकाला जा रहा है। वहीं, शनिवार को हुई तेज बारिश जूनागढ़ के कई इलाकों के लिए आफत बनकर बरसी। शहर के दुर्वेशनगर, गणेश नगर, जोशीपारा समेत कई इलाकों के सैकड़ों कच्चे मकान ढह गए। यहां एक मंजिला मकान पूरी तरह से डूब गए थे, जिससे घरों का पूरा सामान बर्बाद हो गया है। बाढ़ की चपेट में आए सैकड़ों जानवरों के शव भी मिले हैं। जूनागढ़ में शनिवार को मूसलाधार बारिश से जूनागढ़ कृषि विश्वविद्यालय के पास दीवार गिरने से सुरेश खीमाभाई नाम के 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, भवनाथ इलाके में मौजूद पशुशाला में बाढ़ का पानी भरने से 30 से ज्यादा पशु बह गए।
जूनागढ़ में हर तरफ तबाही का मंजर बना हुआ है। लोगों से अपील की गई है कि वे 24 जुलाई की रात तक बिना काम के घर से बाहर न निकलें। जूनागढ़ शहर और आसपास के सभी पर्यटन स्थलों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। लोगों से बांधों और चेकडैम से दूर रहने की अपील की गई है। मौसम विभाग ने भावनगर, नवसारी, जूनागढ़ और वलसाड में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इसे देखते हुए जूनागढ़ जिले में धारा 144 लगा दी गई है।
जामनगर में ऑरेंज अलर्ट
जामनगर में शनिवार सुबह से तेज बारिश हो रही है। इससे शहर की मुख्य सड़कों पर पानी भर गया है। शहर के कई निचले इलाकों में तीन फीट तक पानी भर गया है। मौसम विभाग के भारी बारिश के पूर्वानुमान के कारण जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मूसलाधार बारिश के कारण कई आवासीय इलाकों और बाजारों में बाढ़ के कारण नवसारी और जूनागढ़ सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से हैं। अधिकारियों ने लोगों से सावधानी बरतने का अनुरोध किया और उनसे किसी भी अप्रिय घटना या आपातकालीन स्थिति के मामले में नियंत्रण कक्ष से संपर्क करने का आग्रह किया। लोगों को बांधों और आसपास के क्षेत्रों में न जाने की चेतावनी दी गई थी। निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए बचाव दलों को लगाया गया है। इधर, सूरत के करीब नवसारी जिले में चार घंटे में 6 इंच बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं। निचले इलाकों में घरों में 5 फीट तक पानी भरा गया है। गिरनार और दातार पर्वत पर भारी बारिश के कारण कालवा नदी उफान पर आ गई है। दुकानों और घरों में पांच फीट तक पानी भर गया। गैस एजेंसी के गोदाम में रखे 50 से अधिक सिलेंडर बह गए।