गुजरात में कांग्रेस की शर्मनाक हार क्यों हुई? इसके लिए कौन जिम्मेदार? इन सभी कारणों को लेकर अब पार्टी के वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली ने चुप्पी तोड़ी है। मोइली ने कहा कि प्रदेश के स्थानीय नेताओं को निराश किया गया जिसकी वजह से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन खराब रहा। कांग्रेस को हमेशा उन नेताओं का सम्मान करना चाहिए जिन्होंने इससे पहले सफलता दिलाई। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को पीसीसी प्रमुख बनाने से हिमाचल प्रदेश में लाभ मिला। इसलिए मेरा कहना है कि पार्टी में सभी पुराने और युवा नेताओं का ख्याल रखना चाहिए। ये नहीं कि हम पिछले चुनाव में अहम योगदान देने वाले नेताओं को भूल जाएं। समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए मोइली ने कहा कि पूर्व में परखे हुए नेताओं को सम्मान देना ही होगा और इस तरह से कांग्रेस उभर सकती है, जो कि हमने गुजरात में नहीं किया। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में, नेताओं को नीचा दिखाया गया है और चीजों में सुधार नहीं हुआ है। यह सीखने के लिए एक सबक है। सामान्य शब्दों में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिवों और पर्यवेक्षकों को राज्य के नेताओं पर थोपना नहीं चाहिए और इसके बजाय उन्हें सशक्त पोषित और उचित मान्यता दी जानी चाहिए ताकि वे हमेशा पार्टी के लिए काम कर सकें। पिछली बार गुजरात में कांग्रेस को बहुत अच्छा परिणाम मिला था जिसमें पार्टी को 77 सीटें मिली थीं। जिन नेताओं ने पिछली बार पार्टी में अहम योगदान दिया था उन्हें हटा दिया गया और यहीं पर बड़ी चूक हो गई। इनकी मदद से चीजें अच्छी हो सकती थी लेकिन ऐसा किया नहीं गया। कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा 2022 में सिर्फ 17 सीटें जीतीं जो कि एक तरह से अच्छी स्थिति नहीं है।
गुजरात में कांग्रेस क्यों हारी, कौन जिम्मेदार? पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने बताई वजह
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