दिपावली के बाद गुजरात में चुनावी तिथियों का एलान हो सकता है। संभावना है कि गुजरात में भी आठ दिसंबर से पहले चुनाव करा लिए जाएंगे। इसके पहले सूबे में सियासी पारा हाई है। अब तक के चुनावों में केवल भाजपा और कांग्रेस के बीच लड़ाई हुआ करती थी, इस बार आम आदमी पार्टी भी टक्कर देने की कोशिश कर रही है। पिछले दो महीने में आम आदमी पार्टी ने गुजरात में पूरी ताकत झोंक दी है। राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार यहां सभाएं कर रहे हैं। इस बीच, आप के गुजरात अध्यक्ष के एक बाद एक तीन वीडियो सामने आए। इनमें उनके द्वारा कही गई बातों को सियासी पंडित आत्मघाती करार दे रहे हैं। इसके चलते अरविंद केजरीवाल को भी बैकफुट पर आना पड़ा। कहा जा रहा है कि भाजपा को इसका फायदा हो सकता है। ऐसा नहीं है कि आम आदमी पार्टी पहली बार गुजरात में चुनाव लड़ रही है। 2017 में भी अरविंद केजरीवाल ने अपनी किस्मत अपनाई थी। तब आप के 30 प्रत्याशी मैदान में थे, इनमें से लगभग सभी की जमानत जब्त हो गई थी। सबसे ज्यादा छोटा उदयपुर सीट से आप के प्रत्याशी ने 4,500 वोट हासिल किए थे। तब भाजपा को 99 सीटों पर जीत मिली थी। कांग्रेस के 77 प्रत्याशी विधायक चुने गए थे। एनसीपी का एक, तीन निर्दलीय प्रत्याशी जीते थे। दो सीटें अन्य के खाते में आईं थीं। गुजरात में पिछले 24 साल से भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। हर बार यहां भाजपा की मुख्य लड़ाई कांग्रेस से ही रही है। इस बार आम आदमी पार्टी ज्यादा तैयारी के साथ चुनाव मैदान में उतरी है। हाल ही में आम आदमी पार्टी ने पंजाब में ऐतिहासिक जीत हासिल की है। इससे पार्टी की उम्मीदें काफी बढ़ गईं हैं। आम आदमी पार्टी की गुजरात प्रदेश इकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पीएम मोदी पर विवादास्पाद बयान देने के विवाद में गुरुवार को दिल्ली में हिरासत में भी लिया। हालांकि, उसी दिन उन्हें छोड़ दिया गया। इसके बाद गोपाल इटालिया ने पीएम मोदी की मां को लेकर भी विवादित टिप्पणी की। इटालिया ने इस वीडियो में एक बार फिर पीएम मोदी के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, उनकी मां हीराबेन के लिए भी अपशब्द कहे। एक सप्ताह के भीतर भाजपा इटालिया के इस तरह के तीन वीडियो सामने आए। तीसरे वीडियो में इटालिया ने मंदिर और कथाओं को शोषण का अड्डा बताते हुए महिलाओं को वहां न जाने की सलाह दी थी। भाजपा इन वीडियो के सहारे आप को घेरने में जुटी है। इस संबंध में राष्ट्रीय महिला आयोग ने इटालिया को समन भेजा था। बुधवार को आयोग के दफ्तर में हंगामे के बाद दिल्ली पुलिस ने इटालिया को कुछ देर के लिए हिरासत में ले लिया था। गुजरात के राजनीतिक विश्लेषक पवन सिंधी से हमने इस मसले पर बात की। वह कहते हैं, ‘गोपाल ने पीएम नरेंद्र मोदी के लिए अपशब्द कहा और फिर उनकी मां के लिए भी गलत भाषा का प्रयोग कर दिया। ये आम आदमी पार्टी की बड़ी गलती है। अब पूरे चुनाव में भाजपा इसे मुद्दा बनाएगी। उनके लिए अपशब्द कहना आम आदमी पार्टी को मुसीबत में डाल सकता है।’ 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री को लेकर वैसी ही टिप्पणी की थी जैसे इस वक्त आप नेता गोपाल इटालिया कर रहे हैं। अय्यर की टिप्पणी 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान तब सामने आई थी जब पहले चरण के प्रचार का आखिरी दिन था। अय्यर की टिप्पणी को भाजपा और प्रधानमंत्री ने हर रैली में जिक्र किया। अय्यर की टिप्पणी को प्रधानमंत्री का जातिगत अपमान करने से जोड़ा गया। कई विश्लेषक मानते हैं कि कांग्रेस को अय्यर की टिप्पणी की वजह से बड़ा नुकसान उठान पड़ा। इटालिया के बयान पर आप नेताओं का कहना है कि वीडियो में इटालिया ही हैं, लेकिन ये वीडियो उस समय के हैं जब वह पार्टी का हिस्सा नहीं थे। पार्टी के कई नेताओं ने दलील दी है कि इटालिया पाटीदार आंदोलन में भाग ले चुके हैं और पटेल समुदाय से आते हैं इसलिए भाजपा उन्हें निशाना बना रही है।
गुजरात में AAP ने कर दी पांच साल पुरानी कांग्रेस वाली गलती, क्या बैकफुट पर आएंगे केजरीवाल?
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