भिवंडी ।एम हुसेन।तालुका के मानकोली नाका के पास स्थित वडापाव एवं चाय की दूकान चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण करने वाले युवक को पेट्रोल पंप के पास तेज बारिश के दौरान कीचड़ में गिरा एक पर्स मिला था । जिसमें 30 हजार रुपए नगद एवं अन्य दस्तावेज थे, दूकान पर आने के बाद उसने जब पर्स खोला और देखा तो उसमें 30 हजार रुपए रखा हुआ मिला। पर्स में रखे आधार कार्ड से उसे मोबाइल नंबर मिला जिसके अनुसार वह फोन करके उसे बुलाकर 30 हजार रूपये सहित पूरा सामान वापस किया ।
गौरतलब है कि भिवंडी के कल्याण नाका के पास रहने वाले सुमित गुप्ता 17 अगस्त को मोटर साइकिल से मुंबई जा रहे थे ।रास्ते में मुंबई-नासिक हाइवे पर मानकोली के पास हरिहर कंपाउंड स्थित गजानन पेट्रोल पंप पर मोटर साइकिल में पेट्रोल भरवाने के लिए गए थे ।मोटर साइकिल में पेट्रोल भरवाने के बाद उन्होंने अपनी जेब में पर्स रखा, लेकिन रेनकोट पहनने के कारण पर्स जेब में जाने के बजाय रेनकोट में ही फंसकर रह गया।लेकिन थोड़ी दूर जाने के बाद पेट्रोल पंप के पास ही पर्स नीचे गिर गया था ।उनके जाने के बाद मानकोली में विजय सेल्स के गोदाम के पास वड़ापाव एवं चाय बेचने वाले बालाराम केनी भी पट्रोल भराने के लिए गए ,उन्होंने देखा कि बारिश के दौरान कीचड़ में कुछ गिरा है। उन्होंने तुरंत उसे उठा लिया, अपनी चाय की दूकान पर आने के बाद उन्होंने जब पर्स खोला तो उसमें 30 हजार रुपया एवं अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज था । उन्होंने पर्स में रखे आधार कार्ड से मोबाइल नंबर पर लगाकर उन्हें फोन लगाना शुरू किया। कई बार फोन लगाने के बाद रात 8 बजे जब उनका सुमित गुप्ता से संपर्क हुआ तो उन्होंने बताया कि पेट्रोल पंप के पास गिरा हुआ पर्स उनके पास है। सुमित गुप्ता ने दूसरे दिन जाकर उनसे अपनी पर्स लिया और बालाराम केनी की ईमानदारी की प्रशंसा करते हुए उन्हें इसके लिए उपहार भी दिया ।
चाय वाले ने लौटाया 30 हजार रुपए से भरा हुआ पर्स, ईमानदारी की हो रही प्रशंसा
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