विश्व कप 2023 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया की हार के साथ ही राहुल द्रविड़ का बतौर कोच अनुबंध समाप्त हो गया। इसके बाद से ही लोगों में इस बात की उत्सुकता है कि क्या द्रविड़ वापस से अपना अनुबंध बढ़ाएंगे या वह अब इसे जारी नहीं रखना चाहेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार द्रविड़ ने भारतीय टीम के मुख्य कोच के पद पर नहीं बने रहने का फैसला किया है और इसकी जानकारी बीसीसीआई को दे दी है। द्रविड़ की जगह उनके करीबी दोस्त और भारत के पूर्व स्टायलिश बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण को इस भूमिका में लिया जाना तय है। वीवीएस लक्ष्मण फिलहाल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टी20 सीरीज में भारतीय टीम के मुख्य कोच हैं। साथ ही लक्ष्मण बंगलूरू में नेशनल क्रिकेट एकेडमी के अध्यक्ष भी हैं।
द्रविड़ की देखरेख में टीम इंडिया टेस्ट और वनडे दोनों में नंबर वन टीम बनी। इसके अलावा इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की टेस्ट सीरीज जीत में द्रविड़ मास्टरमाइंड रहे थे। शुभमन गिल भी द्रविड़ की कोचिंग में ही निखरे हैं। इतना ही नहीं तीन साल से आउट ऑफ फॉर्म चल रहे विराट कोहली को भी उन्होंने फॉर्म में लाने में मदद की और अब किंग रनों का अंबार लगा रहे हैं। विश्व कप को लेकर भी द्रविड़ की प्लानिंग की हर तरफ तारीफ हो रही है। रोहित शर्मा के साथ मिलकर उन्होंने अटैकिंग क्रिकेट की नींव रखी। इसका नतीजा तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया को मिला। भारतीय टीम 2022 टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंची, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा टीम इस साल विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी पहुंची, लेकिन हार गई। अब विश्व कप के फाइनल में भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। द्रविड़ का बतौर कोच टीम इंडिया के साथ दो साल का करार था। वह नवंबर 2021 में दो साल के अनुबंध पर टीम इंडिया का मुख्य कोच नियुक्त किया गया था, जो भारत में विश्व कप के साथ समाप्त हो गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब वह इसे नहीं बढ़ाना चाहते हैं। 51 साल के द्रविड़ की जगह बीसीसीआई अब वेरी वेरी स्पेशल लक्ष्मण को मुख्य कोच नियुक्त कर सकता है। द्रविड़ की गैरमौजूदगी में लक्ष्मण कई बार टीम इंडिया के कोच की भूमिका निभा चुके हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लक्ष्मण यह रोल निभाने के लिए उत्सुक भी हैं और उन्होंने बीसीसीआई के सामने इच्छा भी जाहिर की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विश्व कप के दौरान लक्ष्मण ने इसको लेकर बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों से अहमदाबाद में मुलाकात भी की थी। वह टीम इंडिया के कोच के रूप में लंबे समय के अनुबंध पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। ऐसे में दक्षिण अफ्रीका के आगामी दौरे के लिए वह टीम इंडिया के मुख्य कोच की भूमिका निभाएंगे। यह पूर्णकालिक भारतीय मुख्य कोच के रूप में उनका पहला टूर हो सकता है। हालांकि, यह देखने वाली बात होगी कि द्रविड़ के साथ उनके सहायक कोच की भूमिका निभाने वाले बाकी कोच क्या फैसला लेते हैं। बैटिंग कोच विक्रम राठौड़, गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे और फील्डिंग कोच टी दिलीप को लेकर अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहला टी20 मैच 10 दिसंबर को खेला जाएगा और टीम के चार-पांच दिसंबर तक दौरे के लिए रवाना होने की संभावना है।
द्रविड़ को एनसीए में वापस लौटने से दिक्कत नहीं
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, द्रविड़ ने बीसीसीआई से कहा है कि वह हेड कोच के रूप में बने रहने के इच्छुक नहीं हैं। करीब 20 साल तक वह भारतीय टीम के साथ एक खिलाड़ी के रूप में यात्रा करते रहे और पिछले कुछ वर्षों से वह फिर से उसी दौर से गुजरे हैं जिससे वह नहीं गुजरना चाहते। उन्हें एनसीए में वहां के प्रमुख के रूप में भूमिका निभाने में कोई परेशानी नहीं है। लक्ष्मण से पहले द्रविड़ ही एनसीए के प्रमुख थे। इससे उन्हें अपने होम टाउन बंगलूरू में वापस रहने की अनुमति मिलेगी। पहले की तरह वह कभी-कभी टीम को कोचिंग देने में ठीक हैं, लेकिन पूर्णकालिक कोच के रूप में फिर से नहीं आना चाहते। इसके अलावा द्रविड़ अपने भविष्य को लेकर और भी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक वह आईपीएल की किसी टीम के साथ दो साल का अनुबंध कर सकते हैं। विक्रम, पारस और दिलीप पर भी जल्द ही फैसला हो सकता है। बीसीसीआई अगर इजाजत देता है तो वह अपने पद पर बने रहेंगे। हालांकि, ऐसा होता रहा है और अन्य कोच की तरह लक्ष्मण भी सहयोगी स्टाफ में अपने लोगों को लाना चाहेंगे, जिनके साथ काम करने में वह आराम महसूस करते हों। द्रविड़ के दो साल के कार्यकाल में भारत को ऑस्ट्रेलिया में 2022 टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा, एशिया कप 2023 में जीत मिली और वनडे विश्व कप फाइनल में जगह बनाई। साथ ही ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज जीती और बांग्लादेश और वेस्टइंडीज में विदेशी सरजमीं पर सीरीज जीती। ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ भी घरेलू टी20 सीरीज में जीत दर्ज की। टीम को दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट और वनडे सीरीज और इंग्लैंड में निर्णायक पांचवें टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा।