आईपीएल 2023 समाप्त होने के बाद टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लंदन के ओवल मैदान में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलना है। इससे पहले भारत के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने ने फाइनल में पहुंचने वाली दोनों टीमों की मिश्रित प्लेइंग-11 चुनी है। इस टीम को बनाने में उन्होंने कई हैरान करने वाले फैसले लिए हैं। आईसीसी रिव्यू के हालिया एपिसोड में शास्त्री ने स्वीकार किया कि उन्हें दोनों टीमों में मौजूद वर्ल्ड क्लास टैलेंट के कारण एक कम्बाइंड प्लेइंग-11 बनाने का काम कठिन लगा। हालांकि, भारत के दिग्गज ने प्लेइंग-11 चुनी और आश्चर्यजनक रूप से केवल चार भारतीय खिलाड़ियों को ही टीम में जगह दी। शास्त्री ने टीम के कप्तान के रूप में पैट कमिंस या स्टीव स्मिथ के बजाय रोहित शर्मा के साथ जाने का फैसला किया। शास्त्री ने आईसीसी के हवाले से कहा, “मैं रोहित को कप्तानी दूंगा क्योंकि वह पैट से कहीं ज्यादा अनुभवी हैं। रोहित लंबे समय से कप्तानी कर रहे हैं। अगर स्टीव स्मिथ ऑस्ट्रेलिया के कप्तान होते, तो शायद यह एक अलग कहानी होती, लेकिन चूंकि तुलना पैट कमिंस और रोहित शर्मा के बीच है, इसलिए रोहित बेस्ट होंगे। इसके अलावा रोहित ओपनिंग बैटिंग भी करते हैं। रोहित के जोड़ीदार के तौर पर शास्त्री को डेविड वॉर्नर, उस्मान ख्वाजा और शुभमन गिल के बीच चुनाव करना था। ऐसे में भारत के पूर्व कोच ने उस्मान ख्वाजा के साथ जाने का फैसला लिया। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के 2012-23 साइकिल में केवल इंग्लैंड के स्टार जो रूट ने उस्मान ख्वाजा से ज्यादा रन बनाए हैं। शास्त्री ने स्वीकार किया कि उस्मान ख्वाजा और शुभमन गिल के बीच कड़ी टक्कर है। उन्होंने कहा- शुभमन उभरते हुए युवा स्टार हैं और वह एक शानदार खिलाड़ी हैं, लेकिन उस्मान ख्वाजा का मौजूदा फॉर्म और पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने जितने रन बनाए हैं, मुझे लगता है कि वह चुने जाने के हकदार हैं। शास्त्री ने कहा कि नंबर तीन, नंबर चार और नंबर पांच को चुनना एक आसान फैसला था। उन्होंने इन तीन स्थानों के लिए मार्नस लाबुशेन, अनुभवी विराट कोहली और स्टीव स्मिथ को चुना। शास्त्री ने नंबर छह के लिए भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को टीम में जगह दी। शास्त्री ने कहा, “नंबर छह पर मैं जडेजा के साथ जाऊंगा, क्योंकि मेरा मानना है कि वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में से एक हैं। ऑस्ट्रेलियाई कीपर एलेक्स केरी ने विकेटकीपर के रूप में स्थान हासिल किया और भारत के केएस भरत से आगे नंबर सात स्थान हासिल किया। इसके साथ ही शास्त्री ने स्वीकार किया कि उन्हें भारत के अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को बाहर करना और नाथन लियोन को अपने इलेवन में फ्रंट-लाइन स्पिनर के रूप में चुनना मुश्किल लगा। शास्त्री ने कहा, ‘मैंने नाथन लियोन को अश्विन से आगे इसलिए चुना क्योंकि नाथन का विदेशी रिकॉर्ड शानदार है। न केवल ऑस्ट्रेलिया में, बल्कि ऑस्ट्रेलिया के बाहर और शायद जरूरत पड़ने पर इंग्लैंड में उन ओवरों को फेंकने के लिए वह सबसे मजबूत खिलाड़ी हैं। जडेजा और नाथन की जोड़ी घातक साबित हो सकती है।’ शास्त्री ने कहा कि पेस अटैक पर निर्णय लेना अपेक्षाकृत आसान था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस और मोहम्मद शमी को प्लेइंग-11 में जगह दी। शास्त्री ने कहा- कमिंस निश्चित रूप से मेरे लिए एक शानदार तेज गेंदबाज हैं और मोहम्मद शमी समय के साथ और बेहतर होते जा रहे हैं। शास्त्री ने अश्विन, चेतेश्वर पुजारा और जोश हेजलवुड जैसे खिलाड़ियों को मिश्रित प्लेइंग-11 से बाहर रखा। उन्होंने कहा- मिश्रित प्लेइंग-11 चुनना एक कठिन फैसला था, क्योंकि अश्विन विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं। आपके पास हेजलवुड जैसे विकल्प है जो विश्व स्तरीय हैं। पुजारा किसी भी टीम के लिए खतरनाक हो सकते हैं। इसलिए यह आसान नहीं था।
भारत-ऑस्ट्रेलिया का मिश्रित प्लेइंग-11: रोहित शर्मा (कप्तान), उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, विराट कोहली, स्टीव स्मिथ, रवींद्र जडेजा, एलेक्स केरी, पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क, नाथन लियोन, मोहम्मद शमी।