सितंबर माह में गणेश चतुर्थी के साथ ही देश में त्योहारी सीजन शुरू हो जाएगा। अक्टूबर में दशहरा और नवंबर में दिवाली-छठ पूजा के लिए अभी से फ्लाइट के टिकटों की मारामारी शुरू हो गई है। हवाई टिकटों की जबरदस्त मांग के कारण 10 से 25 नवंबर के बीच प्रमुख मार्गों पर हवाई किराया पिछली दीवाली के मुकाबले 89 फीसदी तक बढ़ चुका है। यात्रा वेबसाइट इग्जिगो के आंकड़े बताते हैं कि इस साल दिवाली वाले हफ्ते के लिए दिल्ली-अहमदाबाद मार्ग पर एक तरफ का औसत हवाई किराया 5,688 रुपये है, जो पिछले साल दिवाली के दौरान (21 अक्टूबर से 27 अक्टूबर, 2022) वसूले गए औसत किराये से 72 फीसदी अधिक है। यह किराया यात्रा की तारीख से 80 दिन पहले बुक किए गए टिकटों के लिए है। 2022 की दीवाली के दौरान दिल्ली-अहमदाबाद मार्ग पर हर हफ्ते करीब 290 उड़ानें आ-जा रही थीं। लेकिन इस साल दिवाली के आसपास दिल्ली-अहमदाबाद मार्ग पर 15 फीसदी कम उड़ानें होंगी। इसी तरह इस साल दीवाली के लिए दिल्ली-श्रीनगर मार्ग पर एक तरफ का औसत हवाई किराया 7,175 रुपये है, जो पिछली दीवाली के किराये से 89.11 फीसदी अधिक है। इस साल दिवाली के आसपास उड़ानें भी 33 फीसदी कम होंगी। जबकि दिल्ली-मुंबई, दिल्ली चेन्नई और दिल्ली हैदराबाद के किराए भी तेजी नजर आ रही है। विमानन उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि, दिल्ली-अहमदाबाद मार्ग पर गो फर्स्ट हर हफ्ते करीब 42 उड़ानें चलाती थी, जो अब बंद हो चुकी है। इस रास्ते पर स्पाइसजेट की उड़ानें भी पिछले एक साल में कम हुई हैं। अब हफ्ते में उसकी करीब 14 उड़ानें ही चलती हैं। दूसरी विमानन कंपनियों के पास इस मार्ग पर उड़ाने के लिए पर्याप्त विमान ही नहीं हैं। गो फर्स्ट ने 3 मई के बाद की अपनी सभी उड़ानें रद्द करते हुए दिवालिया याचिका दायर की थी। पिछले महीने नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने उड़ान दोबारा शुरू करने की गो फर्स्ट की योजना को सशर्त मंजूरी दे दी थी। मगर कंपनी अभी तक उड़ान शुरू नहीं कर पाई है।
ऑफ सीजन में भी बढ़ रहा हवाई किराया
इस उद्योग से जुड़े लोगों कहना है कि, इस साल त्योहारी सीजन ही नहीं आम दिनों में भी हवाई सफर और किराया काफी बढ़ा हुआ नजर आ रहा है। जून—जुलाई हमेशा ही हवाई यात्रा के लिहाज से बहुत कमजोर माना जाता है। लेकिन इस साल जून-जुलाई में देश में हवाई यातायात अक्टूबर 2022 के त्योहारी सीजन से भी ज्यादा बढ़ गया। इस साल जून में 1.24 करोड़ और जुलाई में 1.21 करोड़ मुसाफिरों ने हवाई यात्रा की, जबकि साल 2023 अक्टूबर में हवाई यात्रियों की संख्या 1.14 करोड़ ही थी। इस साल दिवाली पर हवाई टिकटों की मांग और बढ़ने की संभावना है। ऐसे में प्रमुख मार्गों पर हवाई किराया बढ़ सकता है। साल के अंत तक क्षमता कुछ बढ़ी तो किराए में राहत मिल सकती है।
इस उद्योग से जुड़े लोगों कहना है कि, इस साल त्योहारी सीजन ही नहीं आम दिनों में भी हवाई सफर और किराया काफी बढ़ा हुआ नजर आ रहा है। जून—जुलाई हमेशा ही हवाई यात्रा के लिहाज से बहुत कमजोर माना जाता है। लेकिन इस साल जून-जुलाई में देश में हवाई यातायात अक्टूबर 2022 के त्योहारी सीजन से भी ज्यादा बढ़ गया। इस साल जून में 1.24 करोड़ और जुलाई में 1.21 करोड़ मुसाफिरों ने हवाई यात्रा की, जबकि साल 2023 अक्टूबर में हवाई यात्रियों की संख्या 1.14 करोड़ ही थी। इस साल दिवाली पर हवाई टिकटों की मांग और बढ़ने की संभावना है। ऐसे में प्रमुख मार्गों पर हवाई किराया बढ़ सकता है। साल के अंत तक क्षमता कुछ बढ़ी तो किराए में राहत मिल सकती है।
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