मुंबई। हिंदुस्थान में सांप्रदायिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। केंद्र में भाजपा की सरकार इस तरह की घटनाओं को रोकने में बुरी तरह से फेल हुई है। सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं पर राकांपा प्रमुख शरद पवार ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को जमकर लताड़ लगाई है। उन्होंने दिल्ली में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि यहां हालात ठीक नहीं है। दिल्ली में दंगे का माहौल है। दिल्ली की तरह ही महाराष्ट्र में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की स्थिति बनाई जा रही है।
शरद पवार ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में एक तरह का गलत माहौल तैयार करने की कोशिश हो रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं। लेकिन वहां की पुलिस व्यवस्था केंद्र सरकार के पास है। पवार ने आगे कहा कि लोगों और समाज को लगातार भड़काने का काम किया जा रहा है। पुलिस पर आरोप लगाए जा रहे हैं। साथ ही माहौल को बिगाड़ने का काम किया जा रहा है।
भाईचारा बिगाड़ने वाला भाषण देना ठीक नहीं
शरद पवार ने कहा कि दिल्ली में घर तोड़ने का काम हुआ है। अगर किसी को सभा करनी है तो सरकार उसे इजाजत देगी, लेकिन लोगों को बुलाकर भाईचारा बिगाड़ने वाले भाषण देना ठीक नहीं है। इस तरह का काम करके कुछ राजनीतिक दल माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे हैं।
इसकी अनदेखी कर सभी हिंदू-मुस्लिम समाज को भाईचारा कायम रखने के लिए प्रयास करना चाहिए।
लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा पर चल रहा विवाद
महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा को लेकर बीते कई दिनों से विवाद चल रहा है। इसी मामले को लेकर निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा ने एलान किया था कि वो अपने समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। हालांकि देशद्रोह के मामले में राणा दंपति सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं। शरद पवार ने इशारों-इशारों में इसी बात का जिक्र किया।
दिल्ली की तरह महाराष्ट्र में भी माहौल खराब करने की कोशिश… समाज को भड़काने का हो रहा है काम
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