
आंध्र प्रदेश में लगभग एक हफ्ते पहले वाईएसआरसीपी की युवा शाखा के एक सदस्य राशिद की हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद वाईएसआरसीपी के नेताओं ने तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) पर राज्य में हिंसा फैलाने का आरोप लगाया। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ने समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव के साथ दिल्ली के जंतर-मंतर पर आंध्र प्रदेश सरकार के खिलाफ एक दिवसीय फोटो/वीडियो प्रदर्शनी और विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। इस प्रदर्शन में शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने भी हिस्सा लिया। टीडीपी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए जगन मोहन रेड्डी ने पत्रकारों से भी बात की।
टीडीपी सरकार के खिलाफ जगन मोहन रेड्डी का विरोध प्रदर्शन
दिल्ली के जंतर मंतर पर टीडीपी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए जगन मोहन रेड्डी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “राज्य में आज वे सत्ता में हैं। कल हम भी सत्ता में आ सकते हैं। हम कल सत्ता में थे, लेकिन हमने कभी इस तरह के व्यवहार का समर्थन नहीं किया। हमने कभी भी हमलों और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के काम को प्रोत्साहित नहीं किया। आज आंध्र प्रदेश की स्थिति अलग है।” पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी ने आगे कहा, “दिल्ली में इस देश के सामने खड़े हैं। हम सवाल कर रहे हैं कि आंध्र प्रदेश में लोकतंत्र कायम है या नहीं। जहां दुनिया में लोकतंत्र शब्द का मतलब समान न्याय है, वहीं आज राज्य में न्याय देने से इनकार किया गया है। इस सरकार के गठन के 45 दिन के अंदर ही राज्य में ऐसी स्थिति है, जहां 30 से अधिक लोगों की हत्या कर दी गई। कई संपत्तियों को भी नष्ट कर दिया गया है। आपके पास मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश जैसे व्यक्ति हैं, जो पूरे राज्य में एक लाल किताब प्रदर्शित कर रहे हैं। इस लाल किताब में उन नेताओं के नाम हैं, जिसके खिलाफ वे कार्रवाई और हमला करेंगे। इस तरह के होर्डिंग पूरे राज्य में लगा हुआ है।”
आंध्र प्रदेश के पलनाडु जिले के विनुकोंडा शहर में बुधवार की रात वाईएसआरसीपी की युवा शाखा के एक सदस्य राशिद की हत्या कर दी गई। मामले को लेकर पलनाडु जिले के पुलिस अधीक्षक कांचे श्रीनिवास ने कहा कि शेख जिलानी नाम के एक व्यक्ति ने राशिद पर हमला किया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना में कोई राजनीतिक कोण नहीं है। फिलहाल आरोपी की जांच चल रही है। ऐसी गतिविधियों में शामिल लोगों को सख्त सजा का सामना करना पड़ेगा।