एजबेस्टन में भारतीय टीम के पास टेस्ट मैच जीतकर या ड्रॉ कराकर 15 साल बाद इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतने का मौका था, लेकिन टीम इंडिया ऐसा नहीं कर पाई। पांच मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में भारत को सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही भारत के सीरीज जीतने का सपना टूट गया और टेस्ट सीरीज 2-2 की बराबरी पर छूट गई। इंग्लैंड ने चौथी पारी में 378 रन के लक्ष्य का पीछा कर इतिहास बना दिया। भारतीय गेंदबाज दूसरी पारी में सिर्फ दो ही विकेट ले पाए। वहीं, एक बल्लेबाज रन आउट हुआ। भारत की इस हार के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। भारत के गेंदबाज लगातार विदेशों में टीम इंडिया को जीत दिला रहे थे, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ 378 रन के लक्ष्य का बचाव नहीं कर पाए। अब इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर डेविड लॉयड ने भारत की हार का कारण बताया है।
अश्विन को न खिलाना पड़ा महंगा
डेविड लॉयड के अनुसार एजबेस्टन टेस्ट में भारतीय टीम चार तेज गेंदबाज और एक स्पिनर के साथ मैदान में उतरी थी। रवींद्र जडेजा टीम इंडिया के एकमात्र स्पिन गेंदबाज थे। उनकी बल्लेबाजी के चलते उन्हें अश्विन के ऊपर वरीयता दी गई थी, लेकिन इसी वजह से भारत यह मैच हार गया। लॉयड ने डेली मेल के लिए अपने कॉलम में लिखा “मैनें कभी नहीं सोचा था कि मैं ऐसा कहूंगा, लेकिन भारत एक अच्छे स्पिन गेंदबाज की कमी के चलते यह मैच हार गया। उन्होंने रवींद्र जडेजा को टीम में शामिल करके अपनी बल्लेबाजी मजबूत की थी। इंग्लैंड में वो एक स्पिनर के रूप में काफी तेज और सीधी गेंदबाजी करते हैं। लूप ड्रिफ्ट और स्पिन की वजह से विकेट मिलते हैं। अश्विन के अंदर ये क्षमता है, लेकिन भारत ने रक्षात्मक रवैया अपनाया और मैच हार गया।” उन्होंने आगे लिखा कि जो रूट ने जिस तरह से रिवर्स स्वीप जैसे शॉट खेले वह अद्भुत था। रूट आमतौर पर टेस्ट में पारंपरिक अंदाज में बल्लेबाजी करते हैं। वो कम से कम जोखिम लेकर बल्लेबाजी करते हैं और लंबी पारियां खेलते हैं, लेकिन इस मैच में उन्होंने रिवर्स स्वीप और आगे बढ़कर भी बड़े शॉट लगाए। इंग्लैंड के नए कोच ब्रेंडन मैक्कुलम की रणनीति टीम के लिए काम कर रही है। इसी वजह से यह टीम 378 रन का बड़ा लक्ष्य हासिल कर पाई।
डेविड लॉयड के अनुसार एजबेस्टन टेस्ट में भारतीय टीम चार तेज गेंदबाज और एक स्पिनर के साथ मैदान में उतरी थी। रवींद्र जडेजा टीम इंडिया के एकमात्र स्पिन गेंदबाज थे। उनकी बल्लेबाजी के चलते उन्हें अश्विन के ऊपर वरीयता दी गई थी, लेकिन इसी वजह से भारत यह मैच हार गया। लॉयड ने डेली मेल के लिए अपने कॉलम में लिखा “मैनें कभी नहीं सोचा था कि मैं ऐसा कहूंगा, लेकिन भारत एक अच्छे स्पिन गेंदबाज की कमी के चलते यह मैच हार गया। उन्होंने रवींद्र जडेजा को टीम में शामिल करके अपनी बल्लेबाजी मजबूत की थी। इंग्लैंड में वो एक स्पिनर के रूप में काफी तेज और सीधी गेंदबाजी करते हैं। लूप ड्रिफ्ट और स्पिन की वजह से विकेट मिलते हैं। अश्विन के अंदर ये क्षमता है, लेकिन भारत ने रक्षात्मक रवैया अपनाया और मैच हार गया।” उन्होंने आगे लिखा कि जो रूट ने जिस तरह से रिवर्स स्वीप जैसे शॉट खेले वह अद्भुत था। रूट आमतौर पर टेस्ट में पारंपरिक अंदाज में बल्लेबाजी करते हैं। वो कम से कम जोखिम लेकर बल्लेबाजी करते हैं और लंबी पारियां खेलते हैं, लेकिन इस मैच में उन्होंने रिवर्स स्वीप और आगे बढ़कर भी बड़े शॉट लगाए। इंग्लैंड के नए कोच ब्रेंडन मैक्कुलम की रणनीति टीम के लिए काम कर रही है। इसी वजह से यह टीम 378 रन का बड़ा लक्ष्य हासिल कर पाई।