इंदौर से जलगांव के लिए रवाना हुई महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) की बस आज सुबह मप्र के धार जिले में राजघाट पुल से नर्मदा नदी में जा गिरी। हादसे में 13 लोगों की मौत होने और 25 के लापता होने की खबर है। यह बस 10 साल पुरानी थी और इसका फिटनेस 10 दिन में खत्म होने वाला था। मध्य प्रदेश के एक वरिष्ठ आरटीओ अधिकारी के बस के बारे में यह जानकारी दी। बस मुंबई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 3 पर स्थित राजघाट पुल की रैलिंग तोड़ते हुए नदी में गिरी। एमएसआरटीसी के अधिकारियों ने बताया कि यह बस आज सुबह इंदौर से जलगांव के लिए रवाना हुई थी। यह बस नागपुर क्षेत्रीय ग्रामीण परिवहन कार्यालय में 12 जून 2012 को रजिस्टर्ड हुई थी। एक वरिष्ठ आरटीओ अधिकारी ने कहा कि इसका सड़क पर चलने योग्य होने को लेकर फिटनेस प्रमाण पत्र 27 जुलाई 2022 को खत्म होने वाला था। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र (PUC) और बीमा भी वैध था। एमएसआरटीसी ने बताया कि बस को चंद्रकांत एकनाथ पाटिल चला रहे थे और प्रकाश श्रवण चौधरी कंडक्टर थे। एमएसआरटीसी के जनसंपर्क विभाग के अनुसार, बस इंदौर से सुबह लगभग 7.30 बजे रवाना हुई थी। यह महाराष्ट्र के जलगांव जिले के अमलनेर जा रही थी। यह मध्य प्रदेश में खलघाट और ठीकरी के बीच नदी पर एक पुल पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
गलत दिशा से आ रहे वाहन को बचाने के प्रयास में हादसा?
खलघाट में हादसे से पहले बस ने 10 मिनट का ब्रेक लिया था। इसके बाद खलघाट पुल से निकल रही थी करीब पौने 10 बजे नर्मदा नदी में जा गिरी। बताया जा रहा है कि हादसा सामने से रांग साइड से आ रहे वाहन को बचाने के दौरान हुआ। एक्सीडेंट रोकने की कोशिश में बस चालक नियंत्रण खो बैठा और बस पुल की रैलिंग तोड़ती हुई नदी में जा गिरी। हादसे के बाद से मौके पर बचाव कार्य जारी है। करीब 15 लोगों को बचा लिया गया है। हालांकि, अभी भी 25 से 27 लोग लापता बताए जा रहे हैं। हादसा आगरा-मुंबई (एबी रोड) हाईवे पर हुआ। यह रोड इंदौर से महाराष्ट्र को जोड़ता है। घटनास्थल इंदौर से 80 किलोमीटर दूर है। जिस संजय सेतु पुल से बस गिरी, वह दो जिलों धार और खरगोन की सीमा पर बना है। आधा हिस्सा खलघाट (धार) और आधा हिस्सा खलटाका (खरगोन) में है।