हिंदी सिनेमा में अब तक कई ऐसी फिल्में बनी हैं, जो अंग्रेजी के अलावा बाकी भाषाओं में बनी फिल्मों की रीमेक हैं। इसी वजह से इन दिनों हिंदी सिनेमा के मेकर्स लोगों के निशाने पर आए हुए हैं। सोशल मीडिया पर अब तक बॉलीवुड को घेरते हुए कहा गया है कि बॉलीवुड के फिल्म मेकर्स के पास अपने आइडिया खत्म हो गए हैं। वहीं, अब इस पूरे मामले पर अभिनेता नील नितिन मुकेश ने एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने हिंदी फिल्म मेकर्स की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि हिंदी सिनेमा के लोग सुरक्षित खेलना पसंद करते हैं। नील नितिन मुकेश ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘जॉन गद्दार’ से की थी, जो एक थ्रिलर फिल्म थी। यह बॉलीवुड की बाकी फिल्मों की तरह नहीं थी। बल्कि इसे देखने के बाद लोगों को जेम्स हेडली चेस के नॉवेल के किस्सों की याद आ गई थी। इस फिल्म के बारे में बात करते हुए अभिनेता ने बॉलीवुड फिल्म मेकर्स और लेखकों की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि उन्होंने ‘मौलिक आइडिया और कॉन्टेंट पर ध्यान नहीं दिया, बल्कि हर समय फिल्मों के रीमेक बनाने पर ध्यान लगाया। अभिनेता ने अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में कहा, ‘साइकोलॉजिकल थ्रिलर, पॉलिटिकल थ्रिलर, हॉरर थ्रिलर जैसे कई जॉनर हैं। हम उनकी तलाश क्यों नहीं कर रहे हैं? हम अभी भी मौलिक आइडिया और विषय के साथ आने की बजाय फिल्मों के रीमेक बना रहे हैं। बॉलीवुड के पास कई असली आइडिया है। लेकिन मुझे लगता है कि हम सुरक्षित तरीके से चीजें करना चाहते हैं।’ अभिनेता ने ये भी बताया कि कैसे एक अभिनेता का करियर उनकी फिल्मों के कमर्शियल सक्सेस से तय होता है। इसी वजह से वह भी अपनी फिल्मों का संतुलन बनाए रखते हैं।
नील नितिन मुकेश के करियर की बात करें तो कुछ छोटी-बड़ी फिल्मों में काम करने के बाद ही अभिनेता ने साल 2014 में सुपरहिट ‘कथथी’ से साउथ सिनेमा में सफलता हासिल की थी। इसके अलावा वह ‘न्यूयॉर्क’, ‘प्रेम रतन धन पायो’ और ‘साहो’ जैसी फिल्मों में भी नजर आए। वहीं, अब वह ‘फिरकी’ में दिखाई देंगे। इस फिल्म में उनके साथ केके मेनन और जैकी श्रॉफ भी हैं।