राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने अपने भतीजे अजित पवार के इस सुझाव का मजाक उड़ाया है कि उन्हें सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह काम करना जारी रखेंगे क्योंकि पार्टी कार्यकर्ता चाहते हैं कि वह काम करते रहें। अजित की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, क्या आप जानते हैं कि मोरारजी देसाई किस उम्र में प्रधानमंत्री बने थे? मैं प्रधानमंत्री या मंत्री नहीं बनना चाहता, बल्कि लोगों की सेवा करना चाहता हूं। अजित पवार ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि 83 साल की उम्र में उनके चाचा के रिटायर होने का समय आ गया है। यह दावा करते हुए कि वह अभी बूढ़े नहीं हुए हैं, शरद पवार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शब्दों को दोहराते हुए कहा, “ना थके हुए हैं, न सेवानिवृत्त हुए हैं।” एक निजी समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में पवार ने कहा, “वे मुझे रिटायर होने के लिए कहने वाले कौन होते हैं? मैं अभी भी काम कर सकता हूं। न टायर्ड हूं, न रिटायर्ड हूं, मैं फायर हूं।” अजित पवार की उस टिप्पणी के बाद, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें दरकिनार कर दिया गया क्योंकि वह किसी के (शरद पवार के) बेटे नहीं थे, परिवार में उत्तराधिकार की लड़ाई पर इस सवाल के जवाब में अनुभवी राजनेता ने कहा, मैं इस विषय पर ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता। मैं परिवार के बाहर पारिवारिक मुद्दों पर चर्चा करना पसंद नहीं करता। पवार ने कहा कि अजित को मंत्री बनाया गया और उपमुख्यमंत्री भी बनाया गया, लेकिन उनकी बेटी सुप्रिया सुले को कोई मंत्री पद नहीं दिया गया, जबकि यह संभव हो सकता था। उन्होंने कहा कि जब भी एनसीपी को केंद्र में मंत्री पद मिला, वह दूसरों को दिया गया, लेकिन सांसद होने के बावजूद सुप्रिया को नहीं मिला। अजित और आठ अन्य एनसीपी विधायकों के महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में शामिल होने के एक सप्ताह बाद शरद पवार शनिवार को नासिक जिले के येओला में एक रैली करके अपने राज्यव्यापी दौरे की शुरुआत कर रहे हैं। यह बागी पार्टी नेता और मंत्री छगन भुजबल का निर्वाचन क्षेत्र है। अपनी पार्टी के पुनर्निर्माण की कवायद शुरू करने के लिए मुंबई से 250 किलोमीटर उत्तर में स्थित एक छोटे से शहर येओला को पवार द्वारा चुना जाना, पार्टी के पुनर्निर्माण के लिए 80 वर्षीय नेता के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
प्रफुल्ल पटेल के आरोपों पर दिया यह जवाब
प्रफुल्ल पटेल के इन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कि उन्होंने अपनी बेटी सुप्रिया सुले को सारी शक्तियां दे दी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि “पार्टी कार्यकर्ता चाहते थे कि सुप्रिया सुले राजनीति में आएं, उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। हमने प्रफुल्ल पटेल को 10 साल के लिए केंद्रीय मंत्री पद दिया। वह लोकसभा चुनाव हार गए, उसके बाद भी हमने उन्हें राज्यसभा की सीट दी।”
‘न टायर्ड हूं, न रिटायर्ड हूं, मैं फायर हूं’, उम्र पर अजित के तंज पर भड़के शरद पवार, कही यह बात
85