मुंबई
परिवहन मंत्री और एसटी महामंडल के अध्यक्ष अनिल परब ने कहा है कि हड़ताल में शामिल 10,000 से अधिक कर्मचारियों को निलंबित किया जा चुका है। मंगलवार को 230 कर्मचारियों को उनकी बर्खास्तगी के लिए कारण बताओ नोटिस भेजा गया है।
राज्य परिवहन निगम कर्मियों की हड़ताल से सरकार के पसीने छूटने लगे हैं। इससे आम आदमी की परेशानी बहुत ज्यादा बढ़ गई है। खासकर, ग्रामीणों का बुरा हाल है। हड़ताल खत्म करने के लिए ठाकरे सरकार हर संभव कोशिश कर रही है, लेकिन उसे सफलता नहीं मिल रही है।
हालांकि, परिवहन मंत्री अनिल परब का दावा है कि बहुत सारे कर्मी काम पर वापस आना चाहते हैं। मंगलवार को परब ने एक बार फिर हड़ताली कर्मचारियों को चेतावनी दी है। परब ने कहा कि हड़ताल में शामिल 10,000 से अधिक कर्मचारियों को निलंबित किया जा चुका है। निलंबित कर्मचारियों के खिलाफ अगली कार्रवाई बर्खास्त करने की होगी। इस बारे में एसटी प्रशासन के अफसरों के साथ बैठक करके फैसला करना होगा।
21,644 कर्मचारी काम पर आए
इधर, एसटी महामंडल का कहना है कि मंगलवार को एसटी के 21,644 कर्मचारी काम पर आ गए हैं और 67,904 कर्मचारी हड़ताल में शामिल थे। एसटी के 250 डिपो में से 122 डिपो चालू रहे। हड़ताल के चलते 128 डिपो में किसी भी प्रकार का काम नहीं हुआ।