कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय वडेट्टीवार ने सरकार द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक करने में शामिल लोगों को पकड़ने में विफल रही केंद्र सरकार की कुशल जांच एजेंसियां प्रवर्तन निदेशालय और केंद्रीय जांच ब्यूरो पर सवाल उठाया है। उन्होंने इस मामले में एकनाथ शिंदे सरकार पर भी निशाना साधा है। वडेट्टीवार ने सवाल उटाते हुए कहा, ‘तलाठी भर्ती विफलता के बाद मुंबई पुलिस और राज्य वन विभाग भर्ती में पेपर लीक के मामले सामने आए हैं। सरकार की कुशल जांच एजेंसिया ईडी और सीबीआई इन मामलों में आरोपी को पकड़ने में कैसे विफल हो गई। उन्होंने यह सवाल विधानसभा में अपने बयान में पूछा है।’ पिछले महीने महाराष्ट्र में कुछ तकनीकी खराबी के कारण तलाठी भर्ती परीक्षा को विलंबित कर दिया गया था। वडेट्टीवार ने एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी और अजित पवार गुट वाली राकांपा को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘लगता है इस सरकार के गठन में बहुत पैसा लगा है। ऐसा लग रहा है कि इसकी पूर्ति के लिए पेपर लीग एक नया उपाय है।’ उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ महीनों में एक भी परीक्षा बिना पेपर लीक की हुए संपन्न नहीं हो पाई है। राज्य सरकार आरोप लगाते हुए वडेट्टीवार ने कहा कि इसपर सरकार कार्रवाई करनी चाहिए। राज्य सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खेल रही है।
लोन देने का वादा कर दो लोगों से 8.6 लाख रुपये की धोखाधड़ी
महाराष्ट्र के नागपुर सिटी में लोग दिलाने का वादा कर दो लोगों से 8.6 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में तीन व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार 30 वर्षीय निखिल मलिक, 33 वर्षीय नागेश पवार और 30 वर्षीय अक्षय भरतकर ने पीड़ित को लोन दिलाने में मदद करने का वादा किया था। हालांकि, पीड़ित को एक बैंक से लोन मिला, वहीं आरोपी उसका बैंक अकाउंट, पासवर्ड निकालने में कामयाब रहा। ठीक इसी तरह आरोपी एक महिला से भी 4.40 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर चुका है। आोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।