मुंबई, मुंबई क्राइम ब्रांच राज कुंद्रा पॉर्नोग्राफी मामले में रोज नए खुलासे कर रही है। अब पुलिस को राज के अंधेरी वाले ऑफिस में एक मिस्ट्री वॉल और उसमें छिपाई गई अलमारी का पता चला है। इसके बाद नए सिरे से इस ऑफिस की तलाशी ली गई। इस आलमारी को दो दीवारों के बीच अंदर इस तरह फिट किया गया था, ताकि बहुत कम लोगों की इस पर नजर पड़े। दरअसल, क्राइम ब्रांच ने कुंद्रा की कंपनी के चार कर्मचारियों को सरकारी गवाह बनाया है, उन्होंने ही इस रहस्यमयी अलमारी के बारे में जांच टीम को टिप दी थी।
पॉर्न फिल्मों के सबूत नष्ट करवा रहे थे कुंद्रा!
मुंबई क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार, ये चारों वो गवाह हैं, जिन्हें कुंद्रा ने एविडेंस नष्ट करने को कहा था। पॉर्न केस में फरवरी में एफआईआर दर्ज हुई थी। उसी महीने जब राज कुंद्रा के पीए उमेश कामत को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा था, उसी दौरान कुंद्रा ने मुंबई स्थित अपनी वियान इंडस्ट्रीज कंपनी से पॉर्न फिल्मों के ऐविडेंस नष्ट करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। कुंद्रा के ऑफिस के लोगों ने ही जांच टीम को बताया कि कई पॉर्न वीडियो उनके मुंबई स्थित ऑफिस से भी अपलोड किए गए। इसके लिए वर्जुअल प्राइवेट नेटवर्क तकनीक यूज की गई।
कई पॉर्न मुंबई से सीधे भेजे गए लंदन
दूसरी मोडस ऑपरेंडी में कई पॉर्न वीडियो मुंबई से सीधे लंदन भेजे गए। वहां केनरिन कंपनी द्वारा इन्हें अपलोड किया गया। राज कुंद्रा का कहना है कि केनरिन उनके रिश्तेदार प्रदीप बख्शी की कंपनी है। लेकिन खुद राज कुंद्रा के कई वॉट्सऐप चैट्स मुंबई क्राइम ब्रांच के हाथ लगे हैं, जिसमें वह खुद स्वीकार कर रहे हैं कि वह केनरिन कंपनी में पार्टनर हैं।
राज कुंद्रा बार-बार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि मुंबई क्राइम ब्रांच जिन्हें पॉर्न वीडियो बता रही है, वह पॉर्न नहीं बल्कि इरॉटिक हैं। खुद शिल्पा शेट्टी ने भी तीन दिन पहले जांच टीम से यही कहा। पर इस केस की जांच से जुड़े एक अधिकारी का दावा है कि हमने जो वीडियो फिल्म और इन फिल्मों की शूटिंग के लिए लिखी गई जो स्क्रिप्ट जब्त की है, वह पॉर्न फिल्मों की श्रेणी में ही आती हैं।