देशभर में प्रभु श्रीराम मंदिर की प्रतिष्ठा के बाद से उत्सव का माहौल है। हर गली और हर कोना राममय हो गया और भक्तों का 500 साल का इंतजार भी पूरा हुआ। इसी कड़ी में गुजरात के अहमदाबाद स्थित रानीप इलाके में भी मंगलवार को श्री रामजी मंदिर का पुनर्निर्माण कार्य पूर्ण हुआ जिसके पुन: प्राण प्रतिष्ठा समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हुए। इस दौरान अमित शाह ने कहा कि अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह ने लगभग 500 साल पहले मुगल शासक बाबर के युग के दौरान दिए गए गहरे घाव को सिल दिया है। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कर उल्लेखनीय कार्य किया। शाह ने अपने भाषण में आगे बोला ‘दुनियाभर में भगवान राम के भक्त पिछले 500 वर्षों से इस क्षण का इंतजार कर रहे थे। वे पूछ रहे हैं कि भगवान राम को कब उस तंबू से एक भव्य मंदिर की ओर स्थानांतरित किया जाएगा। इस घटना ने अब बाबर के युग के दौरान हमारे दिल में लगे उस गहरे घाव को सिल दिया है’। गृहमंत्री ने दावा किया कि 2014 से पहले की सरकारें देश की संस्कृति, धर्म और भाषाओं का सम्मान करने से डरती थीं। उन्होंने कहा, ‘औरंगजेब ने काशी विश्वनाथ मंदिर को नष्ट कर दिया। इतने वर्षों के बाद, यह मोदी ही थे जिन्होंने इसका पुनर्निर्माण किया और वहां एक गलियारा बनाया, अब वहां राम मंदिर बन चुका है और पीएम मोदी ने जयश्री राम के उद्घोष के बीच प्राण प्रतिष्ठा की।
कांग्रेस ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश को धर्म के नाम पर बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाया। इसके अलावा राहुल गांधी को एक मंदिर में प्रवेश करने से रोकने के लिए असम सरकार की आलोचना की। बता दें कि महाराष्ट्र में पार्टी के प्रभारी चेन्निथला पश्चिमी महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए यहां आए थे। उन्होंने कहा, ‘हमारे प्रधानमंत्री देश को धर्म के नाम पर बांटना चाहते हैं। हमारा देश, हमारा संविधान सभी धर्मों के लिए है। धर्मनिरपेक्षता हमारे संविधान का आधार है, लेकिन प्रधानमंत्री उस परंपरा को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। चेन्निथला ने आगे कहा, ‘भगवान राम किसी एक व्यक्ति के नहीं हैं। मंदिर जाने का अधिकार हर किसी को है, लेकिन कल राहुल गांधी को असम के एक मंदिर में जाने से रोक दिया गया। पहले उन्हें निमंत्रण दिया गया और जब वे गये तो उन्हें रोक दिया गया। क्या यह हमारी परंपरा है?’ उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी ने सोमवार को चुनावों को ध्यान में रखते हुए अयोध्या में भाषण दिया और कहा कि अभिषेक करना पीएम का काम नहीं है।