इंग्लैंड के ओवल मैदान पर चल रहे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भारत ऑस्ट्रेलिया से पिछड़ रहा है। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया 296 रन बड़ी बढ़त ले चुका है। शार्दुल ठाकुर और अजिंक्य रहाणे की शतकीय साझेदारी ने भारत को फॉलो-ऑन से बचा लिया था, लेकिन टीम इंडिया पहली पारी में 173 रन से पिछड़ गई। तीसरे दिन के खेल के बाद शार्दुल ठाकुर ने कहा “क्रिकेट एक दिलचस्प खेल है, आप नहीं बता सकते कि सही स्कोर क्या होगा। खासकर एक गेम में और आईसीसी फाइनल में यह और मुश्किल है। अगर आपने क्रीज पर दबाव को नियंत्रित किया, दो खिलाड़ियों के बीच एक अच्छी साझेदारी और आप 450 का भी स्कोर चेज कर सकते हैं या शायद उससे भी ज्यादा। पिछले साल…इंग्लैंड ने 400 का स्कोर चेज किया था और ज्यादा विकेट भी नहीं गंवाए थे, यह हमारे लिए अच्छा संकेत है। वह जो भी स्कोर बनाएं अभी अनुमान लगाने में जलदबाजी नहीं करनी चाहिए। हमनें कितनी बार देखा है कि टेस्ट क्रिकेट में खेल एक घंटे में भी पलट जाता है। तो हां, हम मैदान पर सकारात्मकता के साथ उतरेंगे और अपना बेस्ट देंगे।” जहां शार्दुल की सकारात्मक सोच सराहनीय है, वहीं पिच के सूखने के कारण भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया की लीड को चेज करना भी आसान नहीं होगा। खासकर पवेलियन एंड से गेंदबाजी कर रहे गेंदबाजों ने अनिश्चित उछाल से बल्लेबाजों को परेशान किया है। शार्दुल ने इस पर कहा “मुझे लगता है पिच पर एक जगह है जहां दरार के आस पास थोड़ी घांस है, और ऐसी लेंथ पर है जहां से बल्लेबाज आसानी से गेंद नहीं छोड़ सकता। आपको प्रतिबद्ध होकर खेलना होगा, क्योंकि हमने आज देखा की गेंद नीचे रह रही है। मेरे ख्याल से वह गेंदबाजी के लिए एक अच्छी लेंथ है, लेंथ से थोड़ी सी छोटी। वहां से ना तो बल्लेबाज आसानी से गेंद खेल सकता है ना ही छोड़ सकता है। आपको वह गेंद खेलनी ही पड़ेगी, वहां से गेंद को अच्छा उछाल मिलता है। दूसरे एंड से भी उछाल मिल रहा था लेकिन कुछ पीछे से। बल्लेबाजों को व्यवस्थित होने में समय लग रहा था। मुझे लगता है विराट कोहली जिस गेंद पर आउट हुए वह उस जगह पर गिरी थी बाकी सभी को थोड़ी पीछे से उछाल मिला था। शार्दुल ने माना की पहले दिन गेंदबाजी में भारतीय गेंदबाजों ने पिच के उछाल का सही उपयोग नहीं किया जिस वजह से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को बड़े स्कोर बनाने का मौका मिल गया, खासकर ट्रेविस हेड को। शार्दुल ने आगे कहा “बिलकुल ही परिस्थितियों में बदलाव आया है, पिच थोड़ा सूख गई है, लेकिन पहली पारी में ट्रेविस हेड ने अच्छे रन बनाए और टीम को अच्छी शुरुआत दी, वह पहली पारी में सबसे बड़ा अंतर साबित हुआ। बाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए ऑफ-स्टंप के बाहर एक खुदरा पैच बन गया है। जड़ेजा को खेलना आसान नहीं था हमने देखा की क्या हुआ है। मुझे लगता है अगर हमने पिछली पारी में भी बाउंसर्स का इस्तेमाल किया होता तो हमें फायदा होता, शायद ट्रेविस और स्मिथ जल्दी आउट हो जाते। हां, पहली पारी में भी हमनें कुछ समय के लिए बाउंसर्स डालने की कोशिश की थी पर वह उनसे बच गए।”
फाइनल में लक्ष्य की परवाह नहीं कर रहे भारतीय खिलाड़ी, शार्दुल बोले- 450 रन भी चेज हो जाएंगे
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