पटकथा को लेकर विवाद में रही फिल्म द केरल स्टोरी को लेकर हाल ही में साइरो- मालाबार चर्च ने बड़ा ऐलान किया है। इस कैथोलिक चर्च के इसे दिखाने का फैसला किया है। थालास्सेरी महाधर्म प्रांत और थामारास्सेरी सूबे से जुड़ी केरल कैथोलिक यूथ मूवमेंट(केसीवाईएम) ईकाईयों ने कहा कि वे फिल्म द केरल स्टोरी की स्क्रीनिंग करवाएंगे। उत्तर केरल से दो केसीवाईएम इकाईयों ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया कि फिल्म द केरल स्टोर पर प्रतिबंध नहीं लगाया है। कक्षा-10, 11, 12 के विद्यार्थियों को इसे दिखाने के लिए बधाई भी दी। एक पोस्ट पर यह भी लिखा कि इस फिल्म को थामारासेरी सूबा में केसीवाईएम की सभी इाईयों में दिखाया जाएगा। प्रेम संबंधों के दुष्परिणामों की जागरूकता के लिए दिखाई गई फिल्म
फिल्म की स्क्रीनिंग के बाद इडुक्की मीडिया प्रभारी फादर जिन्स काराक्कट ने कहा कि प्रेम संबंधों और इसके परिणामों और खतरों के प्रति जागरुक करने के लिए यह फिल्म दिखाई गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि हर साल स्कूल की छुट्टियों के बाद तीन दिन का प्रशिक्षण कैंप लगता है, जिसमें विशिष्ट विषयों की जानकारी दी जाती है। इस बार का विषय प्रेम संबंध था। फिल्म केरल स्क्रीनिंग की ओलचना पर केसीवाईएम ने सीपीआईएम और कांग्रेस पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आप डरे क्यों हैं? आप किसे खुश करने की कोशिश कर रहे हैं?
लोकसभा चुनाव से पहले बढ़ेगा सांप्रदायिक तनाव
द केरल स्टोरी जो कि दूरदर्शन द्वारा पिछले सप्ताह प्रसारित की गई। इस पर मुख्यमंत्री विजयन समेत केरल के कई राजनीतिक दलों ने कहा कि फिल का सार्वजनिक प्रसारण लोकसभा चुनाव से पहले सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाएगा। दूरदर्शन के फैसले की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि वे भाजपा और आरएसएस के लिए प्रचार मशीन न बनें।