शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के बेटे और कल्याण से सांसद श्रीकांत शिंदे ने संजय राउत को चेतावनी दी है। श्रीकांत ने राउत पर उस बयान के लिए निशाना साधा है, जिसमें शिवसेना नेता ने बागियों को ‘बिना आत्मा का शरीर’ करार दे दिया था। उन्होंने साफ शब्दों में राउत को जुबान संभालने के लिए कहा है। शिवसेना नेता आनंद दिघे के स्मारक पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान श्रीकांत ने कहा कि राउत को जुबान संभालकर बात करनी चाहिए। वे भी किसी के पिता हैं और उनका परिवार भी उनके बयानों को देख रहा है। श्रीकांत शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र की यह संस्कृति नहीं है। जिस लहजे में राउत यह बयान दे रहे हैं, उसे पूरा राज्य देख रहा है। यह तभी होता है, जब किसी को सत्ता जाती दिखती है। श्रीकांत शिंदे ने सोमवार को कहा कि महाराष्ट्र के विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल ने उनके पिता और 15 अन्य असंतुष्ट विधायकों को दबाव में अयोग्य करार देने का नोटिस भेजा था जो कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश से स्पष्ट है। गौरतलब है कि न्यायालय ने महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष द्वारा जारी अयोग्यता नोटिस के खिलाफ शिवसेना के बागी विधायकों को राहत प्रदान करते हुए सोमवार को कहा कि संबंधित विधायकों की अयोग्यता पर 11 जुलाई तक फैसला नहीं लिया जाना चाहिए। हालांकि, शीर्ष अदालत ने महाराष्ट्र सरकार की उस याचिका पर अंतरिम आदेश पारित करने से इनकार कर दिया, जिसमें विधानसभा में बहुमत परीक्षण नहीं कराए जाने का अनुरोध किया गया था। अदालत ने कहा कि वे किसी भी अवैध कदम के खिलाफ उसका रुख कर सकते हैं।कल्याण से लोकसभा सांसद ने कहा, ‘‘विधानसभा में अध्यक्ष को अधिकार होते हैं। यदि कोई विधानसभा में व्हिप के खिलाफ जाता है तो उन्हें अधिकार हैं। लेकिन यह तब लागू नहीं होता जब कोई किसी बैठक में नहीं आ रहा। यह तुगलकी फरमान दबाव में जारी किया गया था और अदालत ने आज यह साफ कर दिया है।’’ श्रीकांत के पिता और वरिष्ठ शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ बगावत का नेतृत्व कर रहे हैं और उनकी अगुवाई में बड़ी संख्या में पार्टी के बागी विधायक गुवाहाटी में डेरा डाले हैं।
बागी विधायकों पर आपत्तिजनक टिप्पणी पर भड़के एकनाथ शिंदे के बेटे, संजय राउत को दे दी ये चेतावनी
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