रवीना टंडन इस समय मध्यप्रदेश में शूटिंग कर रही हैं। उन्होंने भोपाल के अपने मजेदार पलों को भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है। उन्होंने 22 नवंबर को भोपाल के पास स्थित नर्मदापुरम जिले में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की सफारी की थी। उनके साथ प्रशिक्षित गाइड और वन विभाग की ओर से उपलब्ध ड्राइवर थे। एक लोकल मीडिया की रिपोर्ट के साथ 25 नवंबर को रवीना टंडन ने ट्वीट में लिखा था कि कोई भी यह नहीं बता सकता कि बाघ कैसे रिएक्ट करेगा। यह वन विभाग की लाइसेंस वाला वाहन था, जिसमें उनके गाइड और ड्राइवर थे। उन्हें कायदे-कानून और सीमाएं पता हैं। टंडन के मुताबिक वह और साथी यात्री शांत बैठे थे और बाघिन को आगे बढ़ते देख रहे थे। रवीना ने सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर पोस्ट भी की हैं। उन्होंने रिजर्व में अपनी खींची तस्वीरें भी पोस्ट की हैं। रवीना टंडन ने कहा कि हम टूरिज्म ट्रैक पर थे, जहां से यह बाघ गुजरते हैं। वीडियो में जो कैटी बाघिन है, वह भी सामान्य रूप से आगे बढ़ रही थी। वह वाहनों के पास से गुजरने को लेकर अभ्यस्त है। बाघ वहां के राजा होते हैं, जहां वे विचरण करते हैं। हम तो मूकदर्शक थे। उन्होंने यह भी लिखा कि बाघों के पास अचानक कोई गतिविधि उन्हें हमला करने को उकसा सकती है। रवीना टंडन की सफारी के दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आया है। इसमें उनका सफारी वाहन बाघिन के पास से गुजरता है। क्लिप में कैमरा के शटर इतनी तेजी से बंद होते हैं कि उनकी आवाज सुनी जा सकती है। बाघिन को उस पर गुर्राते हुए देखा और सुना जा सकता है। यह मामला नर्मदापुरम जिले के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व का है।
वन विभाग कर रहा है जांच
वन विभाग के सब डिविजनल ऑफिसर धीरज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा था कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर उन्होंने इस कथित मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि रवीना टंडन जब टाइगर रिजर्व में थी, तब उनका वाहन कथित तौर पर बाघिन के करीब पहुंच गया था। वाहन के ड्राइवर और ड्यूटी पर तैनात अफसरों को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया जाएगा। जल्द ही वरिष्ठ अधिकारियों को जांच रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
बाघ के करीब से फोटो लेकर विवादों में फंसी रवीना टंडन, सफाई में कहा- वन विभाग की जीप ट्रैक पर ही थी
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