ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की जमीन पर अतिक्रमण और उसे बेचने की कोशिश का मामला सामने आया है। इसका पता चलने पर सरकार ने कहा कि जांच कर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। दरअसल, श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने शनिवार को बसेली साही पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई कि पुरी में मतिटोटा मौजा के तहत भगवान जगन्नाथ की जमीन को बेचने का प्रयास किया जा रहा है। कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने रविवार को यहां मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा, हम इस कृत्य में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। अगर कोई प्लॉट किसी व्यक्ति को बेचा गया है, तो हम विक्रेता, खरीदार, सब-रजिस्ट्रार सहित उन सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे, जिन्होंने जमीन हस्तांतरित की। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार किसी भी परिस्थिति में भगवान जगन्नाथ की एक इंच जमीन की अनधिकृत बिक्री बर्दाश्त नहीं करेगी।
60.42 एकड़ जमीन है मंदिर के पास
बता दें कि पुरी में जगन्नाथ मंदिर के पास ओडिशा के 24 जिलों में फैली लगभग 60,426 एकड़ भूमि है, इसके अलावा ओडिशा के बाहर 395 एकड़ भूमि भी है। मंदिर प्रशासन के मुताबिक, विवादित संपत्ति, खाता संख्या 38 के तहत पंजीकृत है, जिसमें 109 भूखंड शामिल हैं। इन पर मंदिर का मालिकाना हक है।
भगवान जगन्नाथ की जमीन बेचने की कोशिश पर सख्त ओडिशा सरकार, कानून मंत्री ने कार्रवाई करने का दिया आदेश
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