#BREAKING LIVE :
मुंबई हिट-एंड-रन का आरोपी दोस्त के मोबाइल लोकेशन से पकड़ाया:एक्सीडेंट के बाद गर्लफ्रेंड के घर गया था; वहां से मां-बहनों ने रिजॉर्ट में छिपाया | गोवा के मनोहर पर्रिकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरी पहली फ्लाइट, परंपरागत रूप से हुआ स्वागत | ‘भेड़िया’ फिल्म एक हॉरर कॉमेडी फिल्म | शरद पवार ने महाराष्ट्र के गवर्नर पर साधा निशाना, कहा- उन्होंने पार कर दी हर हद | जन आरोग्यम फाऊंडेशन द्वारा पत्रकारो के सम्मान का कार्यक्रम प्रशंसनीय : रामदास आठवले | अनुराधा और जुबेर अंजलि अरोड़ा के समन्वय के तहत जहांगीर आर्ट गैलरी में प्रदर्शन करते हैं | सतयुगी संस्कार अपनाने से बनेगा स्वर्णिम संसार : बीके शिवानी दीदी | ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आरती त्रिपाठी हुईं सम्मानित | पत्रकार को सम्मानित करने वाला गुजरात गौरव पुरस्कार दिनेश हॉल में आयोजित किया गया | *रजोरा एंटरटेनमेंट के साथ ईद मनाएं क्योंकि वे अजमेर की गली गाने के साथ मनोरंजन में अपनी शुरुआत करते हैं, जिसमें सारा खान और मृणाल जैन हैं |

भव्य एयरपोर्ट नहीं, विमान का सफर किफायती बनाना जरूरी, संसदीय समिति ने ढांचागत विकास पर दिया जोर

103

संसद की एक समिति ने सरकार से कहा है कि एयरपोर्ट भव्य बनाने से ज्यादा जरूरी है कि उसके ढांचागत विकास पर जोर दिया जाए। आमतौर पर लोग एयरपोर्ट का इस्तेमाल चेक-इन और चेक-आउट के लिए ही करते हैं, इसलिए यहां आना-जाना सुविधाजनक और हवाई सफर किफायती होना चाहिए। एयरपोर्ट पर गोल्ड प्लेटिंग के खिलाफ मतदान करते हुए समिति ने यह भी कहा कि इस तरह की कोशिशें बेवजह लागत बढ़ाती हैं। राज्यसभा सांसद सुजीत कुमार की अध्यक्षता वाली समिति ने इस क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण हितधारक आम यात्री ही होतें हैं और आने वाले समय में अर्थव्यवस्था के विकास के साथ उनकी हवाई यात्रा करने की आकांक्षा और जरूरतें बढ़ेंगी। समिति ने अपनी सिफारिश में कहा कि यात्री सुविधाओं के लिए वसूला जाने वाला शुल्क एशिया प्रशांत क्षेत्र के अन्य हवाई अड्डों की तुलना में किफायती और प्रतिस्पर्धी होना चाहिए। वैसे भी भारत एक विकासशील देश हैं और लोग शुल्क के प्रति काफी सचेत भी रहते हैं। समिति के मुताबिक, यात्री सेवाओं के तुलना में किसी भी अन्य चीज को जरूरत से ज्यादा महत्व नहीं दिया जा सकता है। हालांकि, यह सच्चाई है कि एयरपोर्ट के बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता बेहद मायने रखती है क्योंकि यह देश की अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा और विदेशी धन के प्रवाह में सीधे योगदान देता है। लेकिन निजी ऑपरेटर को एयरपोर्ट पर गोल्ड प्लेटिंग यानी महंगी सुविधाएं देने वाली अवधारणा से बचा जाना चाहिए। क्योंकि इससे सिर्फ परियोजना लागत ही बढ़ती है।

निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाएं

समिति ने कहा कि भारत संसाधन की कमी वाला देश है। ऐसे में सरकार को विश्व स्तरीय मानक विकसित करने चाहिए, लेकिन साथ ही सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी लागत बहुत ज्यादा न बढ़े। समिति के मुताबिक, देश में एयरपोर्ट के विकास के लिए सार्वजनिक धन की कमी हो रही है। जबकि विश्व स्तरीय बुनियादी सुविधाओं के निर्माण के लिए काफी ज्यादा धनराशि की जरूरत है। इसलिए इस क्षेत्र में निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाई जानी चाहिए ताकि संसाधनों में बड़े अंतर को पाटा जा सके और एयरपोर्ट प्रबंधन को और दक्ष बनाया जा सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *