टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि टी20 क्रिकेट में भारत का नया आक्रामक अंदाज कई बार असफलता भी दिलाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह मामने से इंकार कर दिया कि पहले भारतीय टीम खुलकर नहीं खेल रही थी। रोहित के अनुसार नया रवैया खिलाड़ियों को ज्यादा आजादी देता है। 2021 टी20 विश्व कप में फ्लॉप शो के बाद भारतीय टीम ने इसी अंदाज में खेलकर सफलता पाई है। पिछले टी20 विश्व कप में भारत ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गया था। वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज से पहले रोहित ने कहा “पिछले विश्व कप में हमें नतीजे नहीं मिले, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम पिछले सालों में खराब क्रिकेट खेल रहे थे। मुझे नहीं लगता कि हम रुढ़िवादी क्रिकेट (जिसमें खिलाड़ियों को आजादी न हो) खेल रहे थे। अगर आप विश्व कप में एक या दो मैच हार जाते हैं तो ऐसा लगता है कि हम ऐसा या वैसा कर रहे थे। हम मौकों का फायदा नहीं उठा रहे थे, लेकिन ऐसा नहीं है। अगर आप देखेंगे कि विश्व कप में पहुंचने से पहले हमने जो मैच खेले तो हम अपने 80 फीसदी मैच जीत रहे थे।” रोहित ने आगे कहा “अगर हम रूढ़िवादी क्रिकेट खेल रहे थे को इतने मैच कैसे जीते। यह ठीक है कि हम विश्व कप में हारे, सेमीफाइनल में जगह नहीं बना पाए, लेकिन ऐसा होता है। इसका मतलब यह नहीं कि हम डरकर खेल रहे हैं और खुलकर नहीं खेल रहे हैं। अभी भी हमने बहुत ज्यादा बदलाव नहीं किए हैं। हम वही चीजें कर रहे हैं, लेकिन खिलाड़ियों को आजादी दी गई है कि मैदान में जाएं और अपने अंदाज में खेलें। खुलकर खेलें, किसी तरह का दबाव लेने की जरूरत नहीं है। अगर आप खुलकर खेलेंगे तो प्रदर्शन निखर कर आएगा।”
गलतियां होंगी, लेकिन खिलाड़ी खराब नहीं
रोहित ने आगे कहा कि कई मौकों पर उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ेगा, लेकिन इसमें कोई समस्या नहीं है, क्योंकि हम कुछ अलग कर रहे हैं और नया सीखने की कोशिश कर रहे हैं। गलतियां हो सकती हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कि खिलाड़ी खराब हैं या टीम खराब है। हर चीज एक समय के बाद बदलती है। हम बदल रहे हैं और हमें लगता है कि बाहर बैठे लोगों को भी अपनी सोच बदलनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि टी20 विश्व कप के लिए उनकी टीम लगभग तैयार हो चुकी है, लेकिन कुछ चीजों पर काम करना बाकी है। उन्होंने कहा “टीम में कुछ जगहें हैं, जिनको हमें भरना है। हम अब जितने मैच खेलेंगे, उनमें इन सभी चीजों पर ध्यान देना है। हर सीरीज जो आप खेल रहे हैं, वह महत्वपूर्ण है। विश्व कप आने वाला है, लेकिन जो भी सीरीज आप भारत के लिए खेलते हैं, वह अहम होती है, क्योंकि आगे देखने के लिए आपके पास कुछ न कुछ होता है। हमने इंग्लैंड में जो हासिल किया, वह खास था, लेकिन वह हो चुका है और अब हम आगे की तरफ देख रहे हैं।”
रोहित ने आगे कहा कि कई मौकों पर उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ेगा, लेकिन इसमें कोई समस्या नहीं है, क्योंकि हम कुछ अलग कर रहे हैं और नया सीखने की कोशिश कर रहे हैं। गलतियां हो सकती हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कि खिलाड़ी खराब हैं या टीम खराब है। हर चीज एक समय के बाद बदलती है। हम बदल रहे हैं और हमें लगता है कि बाहर बैठे लोगों को भी अपनी सोच बदलनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि टी20 विश्व कप के लिए उनकी टीम लगभग तैयार हो चुकी है, लेकिन कुछ चीजों पर काम करना बाकी है। उन्होंने कहा “टीम में कुछ जगहें हैं, जिनको हमें भरना है। हम अब जितने मैच खेलेंगे, उनमें इन सभी चीजों पर ध्यान देना है। हर सीरीज जो आप खेल रहे हैं, वह महत्वपूर्ण है। विश्व कप आने वाला है, लेकिन जो भी सीरीज आप भारत के लिए खेलते हैं, वह अहम होती है, क्योंकि आगे देखने के लिए आपके पास कुछ न कुछ होता है। हमने इंग्लैंड में जो हासिल किया, वह खास था, लेकिन वह हो चुका है और अब हम आगे की तरफ देख रहे हैं।”
रोहित के अनुसार भारतीय टीम के लिए पुराना रिकॉर्ड मायने नहीं रखता। खिलाड़ी मौजूदा समय पर ध्यान देते हैं और उस मैच में बेहतर करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने मानसिक सेहत के कोच के रूप में पैडी अपटोन का स्वागत किया। रोहित ने कहा “उनके पास अलग-अलग टीमों और अलग-अलग जगहों में काम करने का अनुभव है। उनके आने से हम सभी को मदद मिलेगी। वो खेल का मानसिक पहलू सामने लाएंगे। उन्होंने पहले भी भारतीय टीम के साथ कुछ सालों के लिए काम किया है। वो 2011 विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। फ्रेंचाइजी क्रिकेट में भी वो सफल रहे हैं। खेल का मानसिक पहलू बेहद जरूरी है।”