मेमन मशीद की जगह बने अवैध निर्माण के खिलाफ कारवाई करने के मंत्रालय ने दिये आदेश.।
फहीम अंसारी।
भिवंडी । भिवंडी महानगरपालिके लोकशाही दिन के आदेशो को हमेशा कुडे का डिब्बा बतानेवाले प्रभाग समिती क्र. ५ के प्रभाग अधिकारी की रक्षा करनेवाले और लोकशाही दिन में अनुपस्थित रहकर भी , उपस्थित रहने का झुठा अहवाल देनेवाले आयुक्त डाॅ. प्रवीण आष्टिकर के खिलाफ कारवाई करने की मांग वरिष्ठ पत्रकार फारुक मेमनने एक निवेदन द्वारा राज्य के नगर विकास मंत्री और ठाणे जिले के पालक मंत्री ना. श्री एकनाथ शिंदे से की थी, जिस पर तुरंत कारवाई करने के आदेश महाराष्ट्र शासन के नगर विकास विभाग ने दिये हैं .
श्री फारुक मेमन ने अपने निवेदन में कहा है कि मौजे भिवंडी तांडेल मोहल्ला, मनपा प्रभाग समिती क्र. ५ में स्थित सि. स . नं. २९५१ते २९५९ , घर क्र. ५ व ७ इस मेमन मशिद की जगह पर बहुमजली इमारत का अनाधिकृत निर्माण सुरू है इस बात की शिकायत लोकशाही दिन में मार्च २०१९ में की थी ,
मेमन मशिद के ट्रस्टी श्री इरफान सुलेमान मेमन भिवंडीवाला रा. मुंबई और अन्य ट्रस्टी और विकासक वारीस मोमिनने वक्फ बोर्ड की परवानगी के बिना और भिवंडी महानगरपालिका की उचित परवानगी ना लेकर उस जगह बहुमजली इमारत का अनाधिकृत निर्माण सुरु किया और उस अनाधिकृत इमारत के फ्लैट जरुरतमंद लोगो को बेचकर. उन के साथ धोकादडी कर रहे है,
इस अनाधिकृत निर्माण के विरूध्द मार्च २०१९ में तत्कालीन मा. आयुक्त के आदेश के अनुसार कारवाई करने हेतु कनिष्ठ अभियंता श्री दुष्यंत पाटील ने जांच कर के अपने शहनिशा अहवाल में उक्त निर्माण अनाधिकृत हैऔर उस के विरूद्ध महाराष्ट्र प्रादेशिक व नगर रचना अधिनियम के अनुसार योग्य कारवाई की जाए ऎसा स्पष्ट कहा है . इस शहनिशा अहवाल को श्री सोष्टे याने पाच महिने तक दबाए रखा , शिकायत करने के बाद दि. १४ / ८ / २०१९ को सिर्फ नोटिस निकाल कर अन्य कोई कारवाई नही की .
उस के बाद दि. ०६ / ०१ / २०२० के लोकशाही दिन में इसी मेमन मशिद की जगह पर बने अनाधिकृत निर्माण के खिलाफ अन्य आठ शिकायते आयी थी, उस लोकशाही दिन में आयुक्त प्रवीणने आष्टीकर हाजिर नही थे ( वैसे वे हमेशा ही लोकशाही दिन में हाजीर नही रहते ) इसलिए, तक्रारदार फारुक मेमन ने आयुक्त अाष्टीकर का निषेध किया.
उन आठ शिकायतों की एकत्रित सुनवाई कर के मा. उपायुक्त श्रीम. वंदना गुळवे ने अपने निर्णय में स्पष्ट कहा है की उक्त अनाधिकृत निर्माण की जगह पर अनाधिकृत निर्माण का बोर्ड लगा नहीऔर अनाधिकृत निर्माण प्रतिबंधात्मक कारवाई नही की तो संबंधित पदनिर्देशित अधिकारी पर कारवाई कि जाएगी . यह आदेश देकर एक महिना बित गया लेकिन अभी तक उक्त आदेश का पालन नही हुअा व मा. आयुक्त द्वारा भ्रष्ट व कामचुकार सोष्टे विरूद्ध किसी तरह की कारवाई नही हुयी . उक्त संपन्न हुए लोकशाही दिन काअहवाल नगरविकास खाते को भेजा जाता है ,दिनांक. ०६ / ०१/ 2020 को संपन्न हुए लोकशाही दिन को आयुक्त उपस्थित थे ऎसा कहा गया है , उसी अहवाल में आगॆ उपयुक्त श्रीम.वंदना गुळवे ने अपने निर्णय में कहा है कि उपस्थित तक्रारदार ने मा. आयुक्त साहब उपस्थित ना होने के कारण उनका निषेध किया . इसी तरह गत लोकशाही दिन में अादेश अनुसार संबंधित प्रभाग अधिकारी ने किसी भी प्रकार की करवाई नही की. इसी तरह लोकशाही दिन में आयुक्त उपस्थित थे ऎसा झुठा अहवाल बना कर, लोकशाही दिन के आदेशो का पालन न करनेवाला प्रभाग अधिकारी सोष्टे को संरक्षण देने का कारण क्या?
फरुक मेमन ने अपने निवेदन में मकाहा हॆ की उक्त लोकशाही दिन के आदेश और कारवाई की जानकारी लेने जब वे प्र. स. क्र. ५ चे कार्यालय में श्री सोष्टे से मिले तो उसने मेरे साथ बद् तमिजी पेश आकर कहा , ” इस प्रकरण को खत्म करो , मै विकासक को कहे कर तुम्हे कुछ रकम दिला देता हूं अन्यथा वे लोग बहोत खतरनाक है, ” इस तरह अप्रत्यक्ष धमकी दि है ..
बिल्डरो की दलाली करनेवाला प्रभाग अधिकारी महानगरपालिकासे पगार लेता है और बिल्डर को संरक्षण देता है. ऎसे भ्रष्ट लोगो के विरूद्ध कारवाई करने की मांग श्री मेमन ने की है, इस शिकायत को गम्भीरता से लेकरं मंत्रालय के नगर विकास विभाग ने उक्त अवैध निर्माण के खिलाफ कारवाई करने के आदेश दिये है .