मणिपुर हिंसा के विरोध में रविवार को गुजरात के आदिवासी बहुल इलाकों में बंद का आयोजन किया गया। जनजातीय बहुल 14 जिलों में से तापी, वलसाड, दाहोद, पंचमहाल, नर्मदा और छोटा उदयपुर में कई बाजार बंद रहे। यहां ज्यादातर दुकानें बंद रहीं और विभिन्न संगठनों ने बंद के तहत धरना दिया। विपक्षी दल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) ने समर्थन किया।
AAP ने साधा सरकार पर निशाना
आप के कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक चैतर वसावा ने कहा कि मणिपुर में हुई हिंसा ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। गुजरात के 14 जिलों के कुल 52 तालुकों में बंद सफल रहा। किसानों और धार्मिक संगठनों समेत कई व्यापारिक संगठनों ने भी बंद का समर्थन किया। हमें उम्मीद है कि सरकार मणिपुर में हिंसा रोकने के लिए कदम उठाएगी। मणिपुर में तीन मई को जातीय हिंसा शुरू होने के बाद से राज्य में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का एक वीडियो वायरल होने के बाद देशभर में नारजगी का माहौल रहा। घटना चार मई की है, जिसका वीडियो 19 जुलाई को सामने आया था।
आप के कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक चैतर वसावा ने कहा कि मणिपुर में हुई हिंसा ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। गुजरात के 14 जिलों के कुल 52 तालुकों में बंद सफल रहा। किसानों और धार्मिक संगठनों समेत कई व्यापारिक संगठनों ने भी बंद का समर्थन किया। हमें उम्मीद है कि सरकार मणिपुर में हिंसा रोकने के लिए कदम उठाएगी। मणिपुर में तीन मई को जातीय हिंसा शुरू होने के बाद से राज्य में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का एक वीडियो वायरल होने के बाद देशभर में नारजगी का माहौल रहा। घटना चार मई की है, जिसका वीडियो 19 जुलाई को सामने आया था।