तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) मंगलवार को महाराष्ट्र के पंढरपुर में विट्ठल रुक्मिणी मंदिर में पूजा अर्चना की। राव की यह तीर्थयात्रा की शुरुआत आषाढ़ी एकादशी से दो दिन पहले हुई है। बीआरएस नेता ने बताया कि भारत राष्ट्र समिति के नेता और उनके कैबिनेट सहयोगी सोमवार को 600 वाहनों के साथ पंढरपुर पहुंचे। राव की यह यात्रा महाविकास अघाड़ी (एमवीए) नेताओं द्वारा महाराष्ट्र में गंभीर दबाव डालने के उनके इरादों पर सवाल उठाने के बाद हुई है, जिसमें कहा गया कि यह भाजपा के खिलाफ विपक्षी पार्टियों की एकता को कमजोर कर सकती है। राव के महाराष्ट्र दौरे पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने पलटवार करते हुए कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री का महाराष्ट्र की राजनीति पर कोई असर नहीं पड़ेगा। यदि केसीआर ऐसे ही नाटक करते रहेंगे तो वह तेलंगाना भी खो सकते हैं। डर की वजह से वह महाराष्ट्र आए हैं, लेकिन उनके 12-13 नेता कल ही कांग्रेस से जुड़े हैं। यह केसीआर और कांग्रेस की जंग है। महाविकास अघाड़ी दल महाराष्ट्र में मजबूत स्थिति पर है। संजय राउत ने केसीआर के महाराष्ट्र दौरे पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उनकी पार्टी बीसीआर को भाजपा की बी-टीम कहा है। पंढरपुर से 20 किलोमीटर दूर सरकोली गांव में सभा को संबोधित करते हुए राव ने संजय राउत के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वे किसानों, हाशिए पर रहने वाले समुदायों, अल्पसंख्यकों और दलितों की टीम है। उन्होंने इस बात पर भी आश्चार्य जताया कि उनकी पार्टी के विस्तार प्रचार पर हल्ला-हंगामा क्यों मचाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस हमें भाजपा की बी टीम कहती है। वहीं भाजपा हमें कांग्रेस की ए टीम कहती है। हम किसी के भी टीम नहीं है। हम किसानों, हाशिए पर रहने वाले समुदायों, अल्पसंख्यकों और दलितों की टीम है।’ पत्रकारो से बातचीत करते हुए राव ने कहा कि बीआरएस का महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और ककांग्रेस अघाड़ी पार्टी की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाने और वोटों को विभाजित करने के अलावा कोई अन्य इरादा नहीं है। राउत ने कहा कि सीएम पद संभालने के बाद केसीआर इन आठ-नौ सालों में कभी भी यहां नहीं आए, न ही वह आंध्र प्रदेश और केंद्रीय मंत्री थे, तब भी वे कभी भी यहां नहीं आए। उन्होंने पूछा की केसीआर किसे अपना बल दिखा रहे हैं।
तेलंगाना की योजनाओं को महाराष्ट्र में लागू किया जा सकता है
अपने पंढरपुर दौरे पर केसीआर ने बताया कि जब उन्होंने मंदिर में पूजा करने की योजना बनाई तो उनसे राजनीति करने से बचने का सुझाव दिया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि बीआरएस सिर्फ तेलंगाना से जुड़ी एक क्षेत्रीय पार्टी ही नहीं बल्कि भारत में बदलाव लाने वाली एक राष्ट्रीय पार्टी है। केसीआर ने कहा कि महाराष्ट्र की सभी बड़ी पार्टियों को राज्य में शासन करने का मौका मिला है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने 50 सालों तक राज्य किया। आपने राकांपा, भाजपा और शिवसेना को मौका दिया है। अगर उनमें से एक भी राज्य के कल्याण के लिए काम करना चाहते थे तो कम से कम एक तो ऐसा कर सकता था।’ राव ने कहा कि तेलंगाना में शुरू की गई योजनाओं को सफलतापूर्वक महाराष्ट्र में लागू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा दावा किया जा रहा है कि तेलगांना में जो कुछ भी दिखाया जा रहा है वह सब भूल भुलैया है। अगर महाराष्ट अपनी योजनाओं को लागू करता है तो वह दिवालिया हो जाएगा। राव ने पिछले महीने ही महाराष्ट्र शहरी निकायों के 45,000 से अधिक गांवों में बीआरएस नेटवर्क का विस्तार करने के लिए एक महीने के कार्यक्रम की घोषणा की थी।
महाराष्ट्र पहुंचे केसीआर को संजय राउत की चुनौती; कहा- ऐसे ही नाटक करेंगे तो तेलंगाना भी खो देंगे
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