लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अब महिला आरक्षण को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण अधिनियम कांग्रेस के लिए महिलाओं को पहचान दिलाने का अवसर है। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस (एआईएमसी) की 40वीं वर्षगांठ पर गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान वह भारत भर में ऐसी महिलाओं से मिले जो बदलाव के लिए संकल्पित थीं। कई महिलाओं में समाज में बदलाव लाने का जुनून, दृढ़ता थी। अन्याय के खिलाफ सबसे उग्र और निडर आवाज महिलाओं की ही थी। राहुल गांधी ने कहा कि आज के युग में महिलाओं को सार्वजनिक जीवन में सार्थक अवसरों से वंचित करने का कोई कारण नहीं है। पिछले चार दशकों में महिला कांग्रेस महिलाओं के न्याय के लिए निडर आवाज बनी है। अक्सर महिलाओं के खिलाफ खड़ी व्यवस्था में महिला कांग्रेस का प्रत्येक के लिए लड़ना और सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक शक्ति में अपनी हिस्सेदारी का दावा करना जरूरी है। मुझे जानकर खुशी है कि महिला कांग्रेस का सदस्यता अभियान पूरे भारत में चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है महिला कांग्रेस महिलाओं की अधिक से अधिक राजनीतिक भागीदारी के लिए काम करना जारी रखेगी। आपका अथक परिश्रम भारत की महिलाओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि आधी आबादी पूरा हक एक सांवधानिक दायित्व है। इसके लिए कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। एक्स पर एक पोस्ट में खरगे ने कहा कि हमारे देश की नारी शक्ति ने स्वतंत्रता संग्राम से लेकर अंतरिक्ष उड़ान तक राष्ट्र निर्माण में समान योगदान दिया है। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की जिम्मेदारी है कि वह महिलाओं के अधिकारों के लिए सड़क से संसद तक लड़े और महिलाओं की असुरक्षा, मुद्रास्फीति, बेरोजगारी, सामाजिक शोषण, असमानता और स्त्रीद्वेषी मानसिकता के खिलाफ मजबूती से लड़े। उनको न्याय दिलाए।
महिला आरक्षण को लेकर राहुल गांधी का दावा, बोले- यह कांग्रेस के लिए महिलाओं को पहचान दिलाने का अवसर
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