प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की त्रिपुरा रैली के बाद विपक्षी दल कांग्रेस व माकपा ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। सोमवार को दोनों पार्टियों ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी राज्य के लिए किसी नई परियोजना की घोषणा करने में विफल रहे। यहां तक कि वह 10,323 बर्खास्त शिक्षकों और राज्य के अन्य ज्वलंत मुद्दों के बारे में भी कुछ नहीं बोले। दरअसल, रविवार को पीएम मोदी ने यहां विवेकानंद मैदान में एक बड़ी रैली को संबोधित किया था, जिसके बाद भाजपा नेताओं का कहना है कि पीएम की रैली से विपक्षी पार्टियों के लिए खतरे की घंटी बज गई है। बता दें, त्रिपुरा में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। माकपा के राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी ने कहा, हमनें सोचा था कि रैली के दौरान प्रधानमंत्री मोदी राज्य के लोगों के लिए नई परियोजनाओं की घोषणा करेंगे और 2018 के वादों को पूरा न कर पाने का कारण बताएंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया। चौधरी ने कहा, पीएम मोदी ने टीईटी योग्य शिक्षकों, एसटीजीटी शिक्षकों, जेआरबीटी और 10,323 शिक्षकों की दुर्दशा के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला, जो लोग उनकी रैली में शामिल हुए थे, उन्हें खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। वहीं, कांग्रेस विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने भी पीएम मोदी पर हमला बोला। उन्होंने कहा, लोग डबल इंजन की सरकार के प्रदर्शन से परेशान हैं और आने वाले चुनाव में भगवा पार्टी को लाल झंडा दिखाएंगे।
माकपा व कांग्रेस ने पीएम मोदी पर बोला हमला, कहा- रैली से खाली हाथ वापस लौट गए लोग
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